दरअसल, हम बात कर रहे हैं वीरांगना करुणा सिंह चौहान की, जिसकी शादी नेवी में लेफ्टिनेंट धर्मेंद्र सिंह चौहान से पिछले साल 12 अप्रैल 2019 को हुई थी। पति के हाथ में मेहंदी लगाकर वह बहुत खुश थी, नए-नए सपने देखने लगी, जब शादी हुई तो ऐसा लगा कि उसे जिंदगी में सब कुछ मिल गया। लेकिन दुल्हन बने एक महीने ही हुए थे कि 26 अप्रैल को एक मनहूस खबर आई है कि पति INS विक्रमादित्य पर आग बुझाते हुए शहीद हो गए हैं। यह सुनते ही वह बेसुध हो गई और लगा कि अब इस जिंदगी में कुछ नहीं रखा है। लेकिन अपने जज्बे से उसने खुद अपनी एक अनोखी कहानी लिखी।