एसडीएम प्रिया वर्मा उस वक्त चर्चा में आईं थीं जब साल 2020 जनवरी माह में उन्होंने नागरिकता संशोधन कानून समर्थित प्रदर्शनकारियों को तिरंगा यात्रा के दौरान राजगढ़ में भाजपा कार्यकर्ताओं के साथ मारपीट की थी। उस वक्त प्रदेश में कमलनाथ सरकार थी तो बीजेपी के नेताओं ने उनकी शिकायत दर्ज करवाई लेकिन, मामला दर्ज नहीं हुआ था। इस दौरान शिवराज सिंह चौहान ने उनके चेतावनी देते हुए कहा था कि मैडम, आप यह बताइये कि कानून की कौन सी किताब आपने पढ़ी है जिसमें शांतिपूर्ण प्रदर्शन कर रहे नागरिकों को पीटने और घसीटने का अधिकार आपको मिला है? सरकार कान खोलकर सुने ले, मैं किसी भी कीमत पर मेरे प्रदेशवासियों के साथ इस प्रकार की हिटलरशाही बर्दाश्त नहीं करूंगा। यह आप समझ लीजिए।