दरअसल, 31 मई को साफिया हासमी नाम की महिला श्रमिक स्पेशल ट्रेन में सवार होकर कर्नाटक से गोरखपुर जा रही थी। उसके साथ उसकी तीन माह की बच्ची भी थी। घर जाने की जल्दबाजी में वो अपनी बेटी के लिए दूध रखना भूल गई थी। भूखी तड़ती मासूम को मां दो दिन तक पानी में बिस्किट मिलाकर खिलाती रही। दूध के लिए वह हर स्टेशन पर गुहार लगाती रही, लेकिन उसको मदद कहीं नहीं मिली। भोपाल में महिला की गुहार सुनकर आरपीएफ जवान इंदर यादव दौड़ते हुए गया और बच्ची के लिए दूध लाकर दिया।