बता दें कि मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने पांच अलग-अलग समाज के मंत्रियों को प्रतिनिधित्व देकर जातीय और क्षेत्रीय समीकरण को साधने का प्रयास किया है। ग्वालियर, चंबल, बुंदेलखंड, मालवा, विंध्य और मध्य क्षेत्र से एक-एक को कैबिनेट में शामिल किया गया है। शिवराज सिंह चौहान की इस कैबिनेट में सबसे चौंकाने वाला नाम कमल पटेल है, जिसने सबको चौंकाया है। क्योंकि वह लंबे वक्त से पार्टी के हशिये पर थे, वो अपने बेटे के चलते चर्चा में रह चुके हैं। बेटे पर कई आपराधिक प्रकरण चल रहे हैं। इसी वजह से उनकी राजनीति और कद पर संकट के बादल भी मंडराये। इतना ही नहीं वह मुख्यमंत्री शिवराज सिंह के विरोधी भी माने जाते हैं।