100 साल के पप्पड़ बाबा सात फीट गहरे गड्ढे में ले रहे थे समाधि, छतों से फूल बरसा रहे थे लोग, तभी...

मुरैना (Morena) के तुस्सीपुरा के कैथोदा में पप्पड़ बाबा (Ram Singh Pappad Baba) का दुर्गादास आश्रम है। गांव वाले और आसपास के लोग उनके शिष्य हैं। बाबा ने शिष्यों से कहा था कि वह 100 साल के हो गए हैं। संत होने के नाते अब समाधि लेना चाहते हैं। पहले लोगों ने मना किया, लेकिन बाबा की जिद के आगे झुकना पड़ा। श्रद्धालुओं ने समाधि का इंतजाम कर दिया।
 

Asianet News Hindi | Published : Oct 8, 2021 11:23 AM IST / Updated: Oct 08 2021, 05:18 PM IST
14
100 साल के पप्पड़ बाबा सात फीट गहरे गड्ढे में ले रहे थे समाधि,  छतों से फूल बरसा रहे थे लोग,  तभी...

बाबा बोले- हम दुखी हैं, पुलिस आने से समाधि नहीं ले सके
मध्य प्रदेश के मुरैना (Morena) में एक बाबा 100 साल की उम्र में समाधि (Samadhi) ले रहे थे। इसके लिए उन्होंने सात फीट गहरा गड्ढा खुदवा लिया था। उसमें समाधि लेने के लिए लेट भी गए थे। बाबा के गांव के लोगों ने उन्हें पानी और दूध से नहलाया और समाधि की तैयारी कर ली। लेकिन, ऐन वक्त पर पुलिस पहुंच गई और पुलिस ने बाबा को समाधि लेने से रोक दिया है। पुलिस ने बाबा को पकड़कर अस्पताल में भर्ती करवा दिया। बाबा का कहना था कि हम समाधि लेना चाहते थे। गांव में जो लोग हमें पसंद नहीं करते हैं, उन्होंने मामले को बिगाड़ दिया। हम इस बात से दु:खी हैं। ये मामला मुरैना के कैथोदा गांव का है।
 

24

बाबा को समाधि लेते देख लोग लेने लगे सेल्फी
दरअसल, राम सिंह उर्फ पप्पड़ बाबा 100 साल पार कर चुके हैं। ऐसे में बाबा ने समाधि लेने का प्रण लिया। ये बात उन्होंने गांव वालों को बताई। पहले तो गांव वाले तैयार नहीं हुए लेकिन बाबा की जिद के आगे गांव वालों को झुकना पड़ा। और तैयारी शुरू हो गई।  सूचना मिलते ही आसपास के इलाकों से भक्तों का पहुंचना शुरू हो गया था। बाबा ने भक्तों को आशीर्वाद दिया, फिर समाधि के लिए खोदे गए गड्ढे में उतर गए। बाबा के गड्ढे में उतरते ही पूरा आश्रम जयकारों से गूंज उठा। भक्त गड्ढे में उतरकर बाबा के साथ सेल्फी लेने लगे। कुछ भक्त वीडियो भी बनाने में जुटे गए थे। पुलिस ने ऐन मौके पर पहुंचकर बाबा को गड्‌ढे से निकलवाया और अस्पताल में भर्ती करवाया।
 

34

समाधि से पहले बाबा की पूजा हुई
गांव में ही उनके आश्रम में समाधि के लिए 7 फीट गहरा गड्‌ढा खोदा गया। समाधि लेने से पहले उनकी पूजा हुई। उन्हें जल और दूध से स्नान कराया गया। सैकड़ों की संख्या में लोग वहां पहुंच गए। लोगों ने बाबा के दर्शन किए। उसी दौरान गांव के ही कुछ लोगों ने सिविल लाइन थाना पुलिस को खबर कर दी। तुरंत मौके पर पुलिस पहुंच गई। बाबा को समाधि में से उठा ले आई। उसके बाद उन्हें जिला अस्पताल भेज दिया। बाबा के दो बेटे हैं, उनमें से एक मानसिक रूप से कमजोर है। एक बहू है और दो नाती हैं। लेकिन, वे घर से अलग रहते हैं। 

महाकाल की शरण में 'महाराज': दर्शन करते ही सिंधिया को मिला आशीर्वाद, मंदिर में ही दिल्ली से आया बुलावा

44

बाबा नहीं माने तो समाधि से निकालना पड़ा
सिविल लाइन थाना के टीआई विनय यादव ने बताया कि जब मौके पर पहुंचे तो गांव वाले बाबा को समझा रहे थे कि समाधि लेने से फायदा नहीं है। यह गलत है, लेकिन बाबा मान नहीं रहे थे। ऐसे में बाबा को जबरन समाधि के गड्‌ढे से उठाया और अस्पताल ले आए।

सावन के पहले सोमवार को शिवलिंग पर आकर लिपट गया नाग, दर्शन को उमड़ी भीड..'फिर हुआ भोलनाथ का चमत्कार'

Share this Photo Gallery
click me!

Latest Videos