इंदौर, मध्य प्रदेश. यहां के महाराजा यशवंत राव होलकर अस्पताल (MYH) से 15 नवंबर(रविवार) को चोरी हुई एक दिन की नवजात बच्ची 5 दिन बाद थाना परिसर में पड़ी मिली। पुलिस के दबाव में आरोपी महिला या उसका कोई साथी बच्ची को छोड़कर चला गया। हैरानी की बात यह है कि इसी थाने यानी संयोगितागंज में मामले की शिकायत दर्ज कराई गई थी। शुक्रवार सुबह जब सफाई कर्मचारी थाना परिसर पहुंचे, तो बच्ची को देखा। पुलिस ने बच्ची को MYH पहुंचा दिया है। बच्ची स्वस्थ्य है। इसी बीच हॉस्पिटल में मां अपनी बच्ची को एकटक निहारती रही। उसकी आंखों से पानी बह रहा था। महिला ने बताया कि उसने कसम खाई थी कि जब तक उसकी बच्ची नहीं मिल जाती, वो दीपावली नहीं मनाएगी। इंदौर DIG हरिनारायणाचारी मिश्र ने बताया कि पुलिस ने सीसीटी फुटेज देखने के बाद सफेद रंग के 450 स्कूटर चिन्हित किए थे। माना जा रहा है कि जब इनके मालिकों को बुलाकर पूछताछ की गई, तो आरोपी डरकर बच्ची को छोड़ गया। आशंका है कि इन्हीं गाड़ियों के मालिकों में कोई एक आरोपी है। मध्य प्रदेश के सबसे बड़ी सरकारी अस्पताल से बच्ची चोरी होने की इस घटना ने सुरक्षा इंतजामों की पोल खोल दी थी। घटना का CCTV फुटेज सामने आया है। बच्ची की नानी राजूबाई ने पुलिस को बताया कि उसकी बेटी रानी को शनिवार रात करीब 2 बजे प्रसव पीड़ा होने पर दामाद लोकेश भियाने अस्पताल लाया था। प्रसूता को अस्पताल के वार्ड-3 के बेड नंबर-8 पर भर्ती कराया गया था। रविवार सुबह करीब 5 बजे उसने बेटी को जन्म दिया। शाम को बच्ची चोरी हो गई। संयोगितागंज टीआई के अनुसार चोर महिला जिस मेस्ट्रो गाड़ी पर आई थी। उसकी दो सीरिज (एमपी-एमआई या एमएल व आखिरी नंबर 20) के आधार पर आरटीओ से सफेद मेस्ट्रो गाड़ी की डिटेल निकलवाई गई थी। आरोपी महिला की तलाश में सीएसपी संयोगितागंज, टीआई सहित 12 जवानों की टीम जुटी हुई है। एसपी विजय खत्री ने बताया कि इस मामले में किसी प्रोफेशनल बच्चा चोर गैंग या ह्यूमन ट्रैफिकिंग की भूमिका सामने नहीं आई है। उन्होंने लोगों से अपील की है कि अगर कहीं यह महिला दिखे, तो थाने के नंबर (0731 2720300 और 7049108532) पर सूचना दे सकते हैं। आगे पढ़ें मामले की पूरी जानकारी...