राजसी पोशाक और हाथ में तलवार लेकर निकले ज्योतिरादित्य सिंधिया, शाही मंदिर में किया पूजन, देखें फोटोज
ग्वालियर (Madhya Pradesh). ग्वालियर के विश्वप्रसिद्द राज परिवार के राजा ज्योतिरादित्य सिंधिया और युवराज महान आर्यमन दशहरे के मौके पर राजसी वेशभूषा पहनकर हाथों में शाही तलवार लेकर निकले।
Ujjwal Singh | Published : Oct 5, 2022 1:57 PM IST / Updated: Oct 05 2022, 07:32 PM IST
सिंधिया राजपरिवार भी परंपरागत रूप से दशहरे का त्यौहार मना रहा है। दशहरे के दिन सिंधिया राज परिवार अपनी रियासतकालीन राजसी पोशाक पहनकर देव दर्शन पूजन करता है।
राजशाही परंपरा के तहत केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया अपने बेटे महान आर्यमन सिंधिया के साथ देव दर्शन और पूजन किया। परंपरा के अनुसार राजशाही पोशाक पहनकर ज्योतिरादित्य सिंधिया और उनके बेटे महान आर्यमन सब पहले गोरखी स्थित देव घर पहुंचे। वहां उनकी रियासत कालीन परंपरा के तहत शहनाइयों के बीच आगवानी की गयी।
ज्योतिरादित्य सिंधिया ने सालों से चली आ रही परंपरा के तहत सिंधिया रियासत की शाही तलवार, शाही ध्वज और निशान की पूजा आरती की। इसके बाद ज्योतिरादित्य और महान आर्यमन शाही गद्दी पर बैठे जहां सिंधिया रियासत के सरदार ने उनका शाही स्वागत किया।
पूजा के लिए ज्योतिरादित्य सिंधिया और महान आर्यमन शाही पगड़ी पहनकर और तलवार हाथ में लेकर देवघर पहुंचे। करीब आधे घंटे तक देवघर में ज्योतिरादित्य सिंधिया से पूजन किया।
अपने महाराज ज्योतिरादित्य सिंधिया को राजसी पोशाक में देखने के लिए लोगों को सालभर इंतजार रहता है। ज्योतिरादित्य सिंधिया ने मीडिया से बात करते हुए कहा दशहरे के इस पावन पर्व पर हमारे प्रदेश वासियों- देशवासियों को दिल की गहराइयों से बधाई। असत्य पर सत्य की जीत के इस दिन हमारा प्रदेश और देश विकास और प्रगति के पथ पर आगे बढ़ता रहे यही कामना भगवान से की है।