बड़वानी, मध्य प्रदेश. इस तस्वीर को देखकर आपको क्या लगता है? पोटली में कोई सामान नहीं है। उसमें गर्भवती लेटी है, जिसे उसके परिजन हॉस्पिटल लेकर जा रहे थे। यह शर्मनाक तस्वीर ग्रामीण अंचल में स्वास्थ्य सेवाओं की हकीकत दिखाती है। यह मामला बड़वानी जिले के जनपद धनोरा से 35 किमी दूर चाचरिया पंचायत के नवाड़ फलिया गांव में देखने को मिला। इस आदिवासी गांव तक पहुंचने के लिए कच्चे रास्ते से जाना पड़ता है। बारिश में कीचड़ होने से गांव और शहर के बीच आना-जाना बेहद मुश्किलभरा हो जाता है। 20 की गायत्री दिव्यांग है। रविवार को उसे लेबर पेन होने पर परिजन इस तरह पोटली में बैठाकर अस्पताल पहुंचे। करीब 3 किमी इस तरह उन्हें पैदल जाना पड़ा। गर्भवती की हालत गंभीर होने पर उसे सेंधवा रैफर किया गया। वहां शाम करीब 6 बजे प्रसव हुआ। मौत का सामना...