रविशंकर सोनी बताते हैं कि उनके बेटे की जो कार थी, वह बहू के नाम करा दी है। बेटे की मौत के बाद जो बीमा राशि 3 लाख 76 हजार रुपये मिले, वह भी बहू के नाम जमा करा दी है। जो उनके गहने-जेवर थे वह भी दे दिए हैं और दोनों बच्चियों के नाम से एफडी भी है।
(प्रतीकात्मक फोटो)