रायसेन, मध्य प्रदेश. शिक्षक ही देश का सुनहरा भविष्य गढ़ते हैं। यह भविष्य बच्चों के अंदर मौजूद होता है। लंबे समय से दिल्ली के सरकारी स्कूलों के कायापलट की खबरें मीडिया में छपती आ रही हैं। केजरीवाल सरकार ने कैसे सरकारी स्कूलों को प्राइवेट स्कूलों से बेहतर बनाया। लेकिन हम आपको मिलवाते हैं मध्य प्रदेश के रायसेन जिले के एक गांव के सरकारी स्कूल के शिक्षक से, जिन्होंने अकेले ही स्कूल को आदर्श बना दिया। उनकी यह उपलब्धि लगातार चर्चाओं में है। 15 अगस्त को उन्हें इसी के लिए सम्मानित किया गया था। वहीं, केंद्रीय इस्पात मंत्रालय ने उन्हें अपना ब्रांड एम्बेसडर बनाया है। मंत्रालय के अफसरों ने सोशल मीडिया पर इनके बारे में पढ़ा था। यह हैं नीरज सक्सेना। इनकी सफलता की कहानी इस्पात मंत्रालय ने दिल्ली से एक टीम भेजकर डॉक्यमेंट्री के रूप में फिल्माई है। बच्चों के लिए यह शिक्षक हमेशा आगे रहते हैं। बारिश में स्कूल तक कीचड़ हो जाता है। सड़क नहीं होने से आना-जाना मुश्किल होता है, लेकिन ये शिक्षक 5 किमी पैदल चलकर स्कूल पहुंचते हैं। अकसर वे बैलगाड़ी पर स्कूल का सामान और बच्चों को बैठाकर ले जाते दिख जाते हैं। 5 सितंबर को शिक्षक दिवस मनाया जाएगा..इसी मौके पर पढ़िए एक शिक्षक की प्रेरक कहानी...