22 साल बाद मां बनी डॉक्टर ने बच्चों को भाभी की गोद में सौंपा और निकल पड़ी ड्यूटी करने

सिंगरोली, मध्य प्रदेश. यह हैं बाबई की बीएमओ डॉ. शोभना चौकसे। कोरोना से जारी लड़ाई में डॉक्टरों का सबसे महत्वपूर्ण योगदान देखा जा रहा है। इस लड़ाई में ज्यादातर डॉक्टरों ने अपने घर-परिवार और बच्चों से ज्यादा ड्यूटी को प्राथमिकता दी। इनमें कई ऐसी डॉक्टर भी शामिल हैं, जो मां बनने के कुछ समय बाद ही अपनी ड्यूटी पर लौट आईं। डॉ. शोभना इन्हीं में से एक हैं। ये 22 साल बाद सरोगेसी से 26 मार्च को जुड़वां बच्चों मां बनी हैं। लेकिन जब इन्हें लगा कि उनकी जरूरत इस समय देश को ज्यादा है, तो उन्होंने अपनी ममता पर कंट्रोल किया और ड्यूटी पर लौट आईं। डॉ. शोभना को मालूम था कि इनके ऊपर बीएमओ की जिम्मेदारी है। इसलिए ये अपने बच्चों को भाभी की गोद में सौंपकर रोज ड्यूटी कर रही हैं।

Asianet News Hindi | Published : Apr 13, 2020 4:27 AM IST / Updated: Apr 13 2020, 10:38 AM IST
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22 साल बाद मां बनी डॉक्टर ने बच्चों को भाभी की गोद में सौंपा और निकल पड़ी ड्यूटी करने
डॉ. शोभना चौकसे ने अपने बच्चों के नाम अंश और वंश रखे हैं। वे कहती हैं कि अगर इस कठिन परिस्थितियों में ही अपनी ड्यूटी नहीं निभाई, तो फिर इस प्रोफेशन का क्या मतलब।
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यह तस्वीर नई दिल्ली की है। हेल्थ टीम के अलावा अन्य सरकारी कर्मचारी भी अपनी ड्यूटी शिद्दत से निभाते देखे जा सकते हैं।
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यह तस्वीर नई दिल्ली की है। कई बार डॉक्टरों के साथ लोगों के दुर्व्यवहार की खबरें आती रहती हैं, बावजूद वे अपनी ड्यूटी से पीछे नहीं हट रहे।
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यह तस्वीर मुंबई की है। डॉक्टर और हेल्थ टीम अपनी जान जोखिम में डालकर कोरेान संक्रमण को रोकने लगातार ड्यूटी कर रही है।
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यह तस्वीर मुंबई की है। यहां कोरोना का प्रभाव अधिक है। इस खतरे से निपटने स्वास्थ्य कर्मचारी लगातार अपनी ड्यूटी कर रहे हैं।
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