'भागमती में किसी सिटी को स्टेबल नहीं किया गया था, जबकि दुर्गामती का बेस भोपाल था। जब मैंने अशोक जी को बताया कि गौहर महल में फिल्म का बेस नहीं मिल रहा था। कह सकते हैं कि कैमरा के लिए फ्रेमिंग प्रॉपर नहीं मिलती। तब तक हमने इस्लामनगर को भी फाइनल नहीं किया था। हालांकि अशोकजी को मेरी बात सही लगी और फिर इस्लामनगर फाइनल किया गया।'
(यह वो मूल स्कैच है, जिसे भूतिया हवेली का दरवाजा बताया गया है, इसी पर दुर्गामती का पोस्टर बना है)