दर्दनाक: 7 साल के बेटे को गोद में लिए 12वीं मंजिल से कूदी महिला, दोनों नहीं बचे...कुछ दिन पहले पति की मौत

Published : Jun 23, 2021, 03:53 PM ISTUpdated : Jun 23, 2021, 04:00 PM IST

मुंबई. महाराष्ट्र के आर्थिक राजधानी मुंबई से एक बेहद दिल दहला देने वाली दर्दनाक खबर सामने आई है, जिसे जानकर हर किसी के रोंगटे खड़े हो गए। यहां एक महिला ने अपने 7 साल के बेटे को साथ लेकर 12वीं मंजिल के अपार्टमेंट से छलांग लगा दी। मां-बेटे की मौके ही मौत हो गई, इस घटना के बाद से इलाके में सनसनी फैल गई है। बताया जाता है कि महिला ने पड़ोसी के ताने से तंग आकर आत्महत्या की है। पढ़िए बेबसी की कहानी..एक महीने में उजड़ गया पूरा परिवार...

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दर्दनाक: 7 साल के बेटे को गोद में लिए 12वीं मंजिल से कूदी महिला, दोनों नहीं बचे...कुछ दिन पहले पति की मौत

दरअसल, दर्दनाक घटना दो दिन पहले यानि सोमवार को मुंबई के अंधेरी इलाके के चांदीवाली में  घटी। जहां  44 साल की रेशमा तेंत्रिल नाम की महिला अपने बेटे गरुण को लेकर अपार्टमेंट की 12वीं मंजिल पर पहुंची। इसके कुछ देर बाद ही उसने छलांग लगा दी। मामले की सूचना मिलते ही पुलिस पहुंची और शव बरामद किया। पुलिस को महिला के फ्लैट एक सुसाइड नोट भी बरामद हुआ है। जिसमें आत्महत्या करने की वजह लिखी हुई है। (फोटो, सोर्स भास्कर)

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सुसाइड नोट में रेशमा ने लिखा-वह अपने पड़ोसी अयूब खान और उनके घरवालों से परेशान हो चुकी है। इन लोगों पर मृतका ने मानसिक रूप से तंग करने का आरोप लगाया है। नोट में लिखा है कि वह मेरे बेटे के शोर मचाने से परेशान थे, उसके खेलने पर यह लोग आपत्ति जताते थे। आए दिन इस बात को लेकर झगड़ा करते। उन्होंने मेरा जीना मुश्किल कर दिया और आस-पड़ोस में इसकी शिकायत करने लगे। पुलिस ने आरोपी अयूब खान और उसकी पत्नी और बेटे शादाब गिरफ्तार कर लिया है।

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पुलिस जांच में सामने आया है कि महिला इस अपार्टमेंट में अकेली रहती थी, उसके पति शरद की पिछले महीने मई में कोरोना से मौत हो गई। इसके बाद वह तनाव में रहने लगी थी। कुछ दिन पहले ही रेशमा ने सोशल मीडिया पर लिखा था कि पति के जाने के बाद उसकी लाइफ पूरी तरह से बदल गई है। उसे परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। बताया जाता है कि वह अप्रैल के महीने में ही इस फ्लैट में रहने के लिए आए थे।

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बता दें कि रेशमा के पति शरद मूल रूप से वाराणसी के रहने वाले थे। कुछ दिन पहले शरद के माता-पिता की कोरोना की चपेट में आ गए थे। जिनकी देखरेक करने के लिए वह उनके पास गए। लेकिन दोनों की मौत हो गई, मात-पिता की सेवा करते वक्त रेश्मा भी संक्रमित हो गए और इलाज के लिए वहीं भर्ती हो गए, लेकिन  23 मई को शरद की भी मौत हो गई।

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