प्रियंका ने बताया कि वो जिस गांव की सरपंच है, वो औद्योगिक क्षेत्र है। यहां 70 प्रतिशत मजदूर बाहर से आकर बसे हैं। ऐसे में जिनके पास राशन कार्ड नहीं है, उन्हें उसके बगैर सामग्री मुहैया करा रहे हैं। बता दें कि प्रियंका पुणे के एमआईटी कॉलेज से पोस्ट ग्रेजुएट हैं। उनकी इस मुहिम में उनके पति सुदर्शन और पिता रामदास मेदनकर भी पूरा सहयोग कर रहे हैं।(महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस के साथ प्रियंका और सुदर्शन)