नई दिल्ली. कोरोनाकाल ने लोगों को आत्मनिर्भर बनने की दिशा में प्रेरित किया। देश का जूट उद्योग(Coir Industry) इसमें मील का पत्थर बनकर सामने आया है। केंद्र सरकार ने जूट उद्योग को बढ़ावा देने कॉयर उद्योग अधिनियम, 1953 के तहत कॉयर बोर्ड बनाया है। (Coir Board was set up under the Coir Industry Act, 1953) इसका उद्देश्य इस उद्योग से जुड़े लोगों को तकनीकी और आर्थिक सहयोग; खासकर रिसर्च बेस्ड कामकाजी तरीके सिखाना और मार्केट उपलब्ध कराना है। जूट उद्योग में देशभर में 7 लाख से अधिक लोगों को रोजगार मिला हुआ है। इसमें 80 प्रतिशत महिलाएं हैं। ये महिलाएं देश के तटीय जिलों(coastal districts) के आर्थिक विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती हैं। हाल में गुजरात सरकार की MSME(Ministry of Micro, Small and Medium Enterprises) मिनिस्ट्री ने 472.73 लाख के 2 प्रोजेक्ट को मंजूरी दी है। इससे रोजगार के नए अवसर पैदा होंगे।