21 अक्टूबर, 1951 को डॉ. श्यामाप्रसाद मुखर्जी की अध्यक्षता में भारतीय जनसंघ की स्थापना हुई। इसका पहला अधिवेशन 1952 में कानपुर में हुआ। उपाध्याय को भारतीय जनसंघ में महामंत्री बनाया गया। इस अधिवेशन में जो 15 प्रस्ताव रखे गए थे, उनमें से 7 दीनदयाल ने रखे थे। 1967 में कालीकट(अब कोझीकोड-केरल) अधिवेशन में दीनदयालजी जनसंघ के अध्यक्ष निर्वाचित हुए। तब उनकी उम्र सिर्फ 43 साल थी।
(जनसंघ के अध्यक्ष बनने के बाद दीनदयाल)