निर्भया के दोषियों को फांसी कल, Photos में देखें मां ने 7 साल तक कैसे लड़ी न्याय की लड़ाई

नई दिल्ली. निर्भया के दोषियों को 20 मार्च की सुबह 5.30 बजे फांसी दे दी जाएगी। दिल्ली की पटियाला हाउस कोर्ट ने तीन बार पहले भी डेथ वॉरंट जारी किया था, लेकिन दोषियों ने कोई ने कोई याचिका लगा दी, जिससे डेथ वॉरंट रद्द करना पड़ा। लेकिन इस बार दोषियों के सभी कानूनी विकल्प खत्म हो चुके हैं। ऐसे में पूरी उम्मीद है कि इस बार फांसी की तारीख नहीं टलेगी। ऐसे में निर्भया की मां और 7 साल के संघर्ष को कुछ तस्वीरों के जरिए दिखाते हैं, जिससे पता चलेगा कि दोषियों को मौत दिलाने और बेटी के न्याय के लिए आशा देवी ने कितनी कड़ी मेहनत की है।

Asianet News Hindi | Published : Mar 19, 2020 9:23 AM IST / Updated: Mar 19 2020, 03:41 PM IST
122
निर्भया के दोषियों को फांसी कल, Photos में देखें मां ने 7 साल तक कैसे लड़ी न्याय की लड़ाई
16 दिसंबर 2012, 6 लोगों ने निर्भया के साथ रेप किया, इनमें एक नाबालिग था।
222
29 दिसंबर 2012- सिंगापुर में इलाज के दौरान 13 दिन बाद निर्भया ने दम तोड़ दिया।
322
2013 : पुलिस ने चार्जशीट दाखिल की।
422
11 मार्च- दोषी राम सिंह ने जेल में आत्महत्या की।
522
31 अगस्त- नाबालिग को 3 साल सुधार गृह की सजा।
622
13 सितंबर- चारों दोषियों को मौत की सजा हुई।
722
13 मार्च 2014- दिल्ली हाईकोर्ट ने मौत की सजा बरकरार रखी।
822
3 अप्रैल 2016- सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई शुरू हुई।
922
5 मई 2017 - सुप्रीम कोर्ट ने फांसी की सजा बरकरार रखी।
1022
जुलाई 2018 -SC ने तीन दोषियों की रिव्यू पिटीशन खारिज की।
1122
8 नवंबर 2019- दोषी विनय शर्मा ने दया याचिका लगाई।
1222
6 दिसंबर 2019- गृह मंत्रालय ने दया याचिका खारिज करने की सिफारिश की।
1322
10 दिसंबर 2019- चौथे दोषी ने रिव्यू पिटीशन दाखिल की।
1422
18 दिसंबर- SC ने याचिका खारिज कर दी।
1522
7 जनवरी 2020- कोर्ट ने डेथ वारंट जारी किया।
1622
17 फरवरी 2020- तीसरे बार दिल्ली की पटियाला हाउस कोर्ट ने डेथ वॉरंट जारी किया।
1722
दोषी नंबर 1 : अक्षय ठाकुर- यह बिहार का रहने वाला है। इसने अपनी पढ़ाई बीच में ही छोड़ दी और दिल्ली चला आया। शादी के बाद ही 2011 में दिल्ली आया था। यहां वह राम सिंह से मिला। घर पर इस पत्नी और एक बच्चा है।
1822
दोषी नंबर 2 : मुकेश सिंह - निर्भया से गैंगरेप का दोषी मुकेश बस क्लीनर का काम करता था। जिस रात गैंगरेप की यह घटना हुई थी उस वक्त मुकेश सिंह बस में ही सवार था। गैंगरेप के बाद मुकेश ने निर्भया और उसके दोस्त को बुरी तरह पीटा था।
1922
दोषी नंबर 3 : पवन गुप्ता- पवन दिल्ली में फल बेंचने का काम करता था। वारदात वाली रात वह बस में मौजूद था। पवन जेल में रहकर ग्रेजुएशन की पढ़ाई कर रहा है।
2022
दोषी नंबर 4 : विनय शर्मा- निर्भया का दोषी विनय जिम ट्रेनर का काम करता था। वारदात वाली रात विनय बस चला रहा था। इसने पिछले साल जेल के अंदर आत्‍महत्‍या की कोशिश की थी लेकिन बच गया।
2122
दिल्ली की पटियाला कोर्ट ने 5 मार्च को दोषियों का चौथा डेथ वारंट जारी किया गया है। इसके मुताबिक, दोषियों को 20 मार्च को सुबह 5.30 बजे फांसी होनी है। चारों दोषी पवन, विनय, अक्षय और मुकेश तिहाड़ में बंद हैं। यहीं चारों को फांसी दी जाएगी।
2222
16 दिसंबर, 2012 की रात में 23 साल की निर्भया से दक्षिण दिल्ली में चलती बस में 6 लोगों ने दरिंदगी की थी। साथ ही निर्भया के साथ बस में मौजूद दोस्त के साथ भी मारपीट की गई थी। दोनों को चलती बस से फेंक कर दोषी फरार हो गए थे।
Share this Photo Gallery
click me!

Latest Videos

Recommended Photos