तिरंगा लिए सड़क पर दौड़ते लोग-अमर रहे के लगते नारे, रुला देंगी Bipin Rawat Last Rites की तस्वीरें

Published : Dec 10, 2021, 05:09 PM ISTUpdated : Dec 10, 2021, 05:28 PM IST

नई दिल्ली. तमिलनाडु के कुन्नुर (Coonoor) में हेलिकॉप्टर हादसे में जान गंवाने वाले सीडीएस जनरल बिपिन रावत (CDS General Bipin Rawat) और उनकी पत्नी मधुलिका (Madhulika) को अंतिम विदाई दी गई। तीनों सेना प्रमुखों और रक्षामंत्री ने श्रद्धांजलि दी। जनरल रावत की अंतिम यात्रा उनके निवास से शुरू हुई और आर्मी कैंट पहुंची। प्रोटोकॉल के मुताबिक जनरल रावत को 17 तोपों की सलामी (17 Gun Salute) दी गई। रावत के अंतिम दर्शन के लिए दिल्ली की सड़कों पर लोगों की भीड़ लगी रही। जहां-जहां से भी शव वाहन गुजरा वहां लोग हाथ में तिरंगा लिए अमर रहें के नारे लगाते दिखे। जनरल बिपिन रावत और मधुलिका रावत की बेटियों कीर्तिका और तारिणी ने भी उन्हें श्रद्धांजलि दी। तस्वीरों में देखिए अंतिम यात्रा की भावुक कर देने वाली तस्वीरें  (Bipin Rawat Last Rites photos).. 

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तिरंगा लिए सड़क पर दौड़ते लोग-अमर रहे के लगते नारे, रुला देंगी Bipin Rawat Last Rites की तस्वीरें

जनरल बिपिन रावत और पत्नी मधुलिका रावत का शव उनके घर पर रखा गया था। यहां पर सुबह से ही लोगों का आना शुरू हो गया था। लोग आखिरी बार अपने जनरल को देख लेना चाहते थे।

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सीडीएस जनरल बिपिन रावत के अंतिम दर्शन और उन्हें श्रद्धांजलि देने के लिए उनके घर के बाहर उमड़ी लोगों की भीड़।

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क्या आम क्या खास। जनरल बिपिन रावत के घर पर उनके अंतिम दर्शन के लिए सुबह से ही लोगों की भी लगनी शुरू हो गई।

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सीडीएस जनरल बिपिन रावत के घर पर आर्मी के बड़े अधिकारियों सहित नेताओं को भी जमावड़ा लगा रहा। सभी उनके अंतिम दर्शन के लिए जुटे थे। 

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जब जनरल बिपिन रावत के घर से अंतिम यात्रा निकली तो दिल्ली की सड़कों पर भी लोगों की भीड़ लगी रही। लोग शव वाहन के आगे तिरंगा लेकर दौड़ रहे थे। 

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जनरल बिपिन रावत को अंतिम विदाई देने के लिए कई नेता पहुंचे। सुबह से ही उनके घर के सामने लोगों की भीड़ लगनी शुरू हो गई थी।

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जनरल बिपिन रावत के अंतिम दर्शन के लिए लोगों की इतनी ज्यादा भीड़ थी कि अंदर खड़े होने की जगह तक नहीं बची। इसलिए कई लोग गेट के बाहर ही खड़े होकर देख रहे थे।

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जनरल बिपिन रावत तीनों सेनाओं के प्रमुख थे। ऐसे में उनकी विदाई भी वैसी ही रही। दिल्ली की सड़कों पर आम आदमी के अलावा सेना के जवान कतार में खड़े दिखे।  

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जनरल बिपिन रावत और उनकी पत्नी मधुलिका रावत के शव को अलग-अलग गाड़ियों में ले जाया गया। आगे जनरल बिपिन रावत का शव था पीछे पत्नी मधुलिका रावत का।

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जनरल बिपिन रावत के शव वाहन के साथ तिरंगा लिए लोग चल रहे थे। भारत माता की जय। अमर रहे जैसे नारों से दिल्ली की सड़के गूंज उठीं।

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तस्वीर में एक शव जनरल बिपिन रावत का है और दूसरा उनकी पत्नी मधुलिका रावत का है। दोनों की तमिलनाडु में हुए प्लेन क्रैश में मौत हो गई।

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जनरल बिपिन रावत को अंतिम विदाई देने के लिए दिल्ली की सड़के भी तैयार थीं। जगह-जगह जनरल बिपिन रावत और मुधलिका रावत को श्रद्धांजलि देते हुए पोस्टर लगाए गए थे।

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जनरल बिपिन रावत को अंतिम विदाई देते हुए बैंड। इन बैंड्स की गूंज दिल्ली की सड़कों पर गूंजता रहा। अमर रहे के नारे लगते रहे।

 

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जनरल बिपिल रावत को लेकर लेकर कितने ज्यादा भावुक हुए, उसे ये तस्वीर बखूबी बयां करती है। तस्वीर में दिख रहा है कि कैसे एक छोटी बच्ची जनरल साहब को चूम रही है।

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दिल्ली आर्मी कैंट में जनरल बिपिन रावत और पत्नी मधुलिका रावत के शव को रखा गया। वहां पर ही अंतिम संस्कार की सभी क्रिया की गई। 

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जनरल बिपिन रावत को 17 तोपों की सलामी दी गई। इस दौरान जवानों का जोश देखने ही लायक था। उन्होंने बड़े ही जोशिले अंदाज में अपने जनरल को आखिरी विदाई दी।

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जनरल बिपिन रावत और मधुलिका रावत की दोनों बेटियों कीर्तिका और तारिणी ने उन्हें मुखाग्नि दी। ये तस्वीर बहुत ही भावुक कर देने वाली है।

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