नई दिल्ली। भारत के जंगल में 70 साल बाद चीते की वापसी हुई। 1948 में छत्तीसगढ़ की कोरिया रियासत के राजा रामानुज प्रताप सिंहदेव ने बैकुंठपुर से लगे जंगल में तीन चीतों का शिकार किया था। ये देश के आखिरी चीते थे। 1952 में घोषणा की गई थी कि भारत में कोई चीता नहीं है। नामीबिया से लाए गए 8 चीतों को मध्य प्रदेश के कूनो नेशनल पार्क में छोड़ा गया है। आठ चीतों में पांच मादा और तीन नर शामिल हैं। मादाओं की उम्र दो से पांच साल के बीच है, जबकि नर चीतों की उम्र 4.5 साल और 5.5 साल है। आगे पढ़ें चीतों के बारे में खास बातें...