4 महीने से जारी है कोरोना का कहर, दुनियाभर ने टेके घुटने; बेबसी बतातीं ये तस्वीरें जिंदगी भर रहेंगी याद
नई दिल्ली. दुनिया के 200 से ज्यादा देश कोरोना की चपेट में हैं। 1 लाख से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है। अमेरिका, चीन ब्रिटेन, जर्मनी और फ्रांस जैसे दुनिया के सबसे शक्तिशाली देश कोरोना के सामने हार मान चुके हैं। कोरोना का सबसे पहला मामला दिसंबर में चीन के वुहान से सामने आया था। अब कोरोना को दुनियाभर में फैले चार महीने का वक्त हो गया है। दुनिया भर के देश कोरोना के सामने घुटने टेक चुके हैं। अभी तक कोरोना की कोई दवा या वैक्सीन भी तैयार नहीं हो पाई है। हर तरफ सिर्फ लाशों के ढेर ही दिख रहे हैं। हम आपको ऐसी ही तस्वीरें दिखा रहे हैं, जो दुनिया की बेबसी को बता रही हैं और इन्हें जिंदगी भर भुलाया नहीं जा सकता।
Asianet News Hindi | Published : Apr 11, 2020 9:15 AM IST / Updated: Apr 13 2020, 07:19 PM IST
यह फोटो थाईलैंड की है। पिछले दिनों से सोशल मीडिया पर काफी वायरल है। थाईलैंड में नवजात बच्चों में संक्रमण ना फैले इसलिए उन्हें इस तरह की शील्ड जन्म होते ही पहना दी जा रही है। थाईलैंड कोरोना के संक्रमण के अब तक 2500 से ज्यादा मामले सामने आए हैं। यहां अब तक 35 लोगों की मौत हो चुकी है। लेकिन सरकार ने कोरोना को रोकने के लिए कड़े कदम उठाए हैं।
यह फोटो वुहान की है। यहां संक्रमित मां से पैदा हुए बच्चों को अलग रखा जा रहा है, जिससे उनमें संक्रमण ना फैले। ऐसे में नर्स मां की तरह ही बच्चों का ख्याल रख रही हैं। यहां तक की फीडिंग भी करा रही हैं। चीन में वुहान ही कोरोना से सबसे ज्यादा प्रभावित था। यहां 3000 से ज्यादा लोगों की मौत हुई है।
चीन ने पिछले दिनों कोरोना वायरस के चलते बुरा दौर देखा। यहां नर्स और डॉक्टरों ने अपने जीवन को दांव पर लगाकर दूसरों को बचाया। इस दौरान कई डॉक्टर और मेडिकल स्टाफ की जान भी चली गई। इसी तरह चीन के झेजियांग प्रांत की नर्स चेन यिंग ने इस महामारी से लड़ाई में यह साबित कर दिया कि देश के लिए प्यार भी इंतजार कर सकता है। यिंग ने दो बार अपनी शादी टाली। यहां तक की जिस दिन शादी थी, उस दिन वे अपने होने वाले पति से एक कांच की दीवार के आर पार से मिल पाईं।
कोरोना वायरस से सबसे ज्यादा प्रभावित इटली हुआ है। यहां अब तक 18 हजार से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है। कोरोना से जंग में 100 से ज्यादा डॉक्टर अपनी जान गंवा चुके हैं। यह फोटो इटली के अस्पाल में नर्स एलीन पेग्लियारिनी की है। यहां लगातर काम करने के चलते मेडिकल कर्मी काफी तनाव और थकान में हैं। यहां तक की वे काम की जगह ही कुछ देर सो कर आराम कर पा रहे हैं।
इटली की तरह अमेरिका भी कोरोना की चपेट में है। यहां अब तक संक्रमण के 5 लाख केस सामने आ चुके हैं। वहीं, 18 हजार से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है। पिछले 24 घंटे में 2 हजार से ज्यादा लोगों की मौत हुई है। यह फोटो न्यूयॉर्क की है। यहां शवों को इस तरह दफनाया जा रहा है।
दुनियाभर में कोरोना से हाहाकार मचा है। लेकिन प्यार के सामने कोरोना को हार माननी पड़ी। जहां दुनियाभर में कई शादियां आगे टल गईं तो वहीं, कई ऐसे जोड़े हैं, जिन्होंने कोरोना से बचाव के तरीकों को अपनाते हुए एक दूसरे के होने की कसम खाई। पिछले दिनों मलेशिया की राजधानी कुआलालंपुर में पारंपरिक तरीके से मोहम्मद नोर अजवान इशाक और नूरबसशाह ने निकाह किया। इस दौरान सावधानियों को ध्यान में रखते हुए दूल्हे और दुल्हन ने मास्क भी पहन रखा था।
यह तस्वीर इटली की है। यहां चर्च और शव गृह लाशों से भरे हैं। लोगों को अंतिम संस्कार के लिए इंतजार करना पड़ रहा है। चर्च में पादरी एक साथ कई लोगों के शवों को रखकर अंतिम संस्कार की प्रक्रिया को कर रहे हैं।
कोरोना से जंग में दुनियाभर के डॉक्टर और मेडिकल स्टाफ अहम भूमिका निभा रहे हैं। यह फोटो वुहान की एक नर्स की है। डॉक्टर लगातार पीपीई और मास्क पहले घंटों ड्यूटी कर रहे हैं। इस वजह से चेहरे पर निशान और चोट तक आ गईं हैं। पिछले दिनों यह तस्वीर काफी वायरल हुई थी।
यह फोटो दिल्ली के आनंद विहार बस स्टैंड की है। भारत सरकार ने 25 मार्च को पूरे देश में 21 दिन का लॉकडाउन लगाया था। इसके बाद बड़ी संख्या में मजदूर पैदल अपने गांव के लिए पलायन करने लगे। देखते ही देखते यह संंख्या लाखों तक पहुंच गई। इसके बाद संबंधित राज्य सरकारों को मजदूरों को उनके गांव तक छोड़ने के लिए व्यवस्था करनी पड़ी।
यह फोटो अमेरिका के न्यूयॉर्क के एक अस्पताल की है। यहां हर रोज हजारों लोगोंं की मौत हो रही है। शव गृहों में जगह ना होने के चलते अस्पतालों में लाशों के ढेर हैं। यहां से इन्हें ट्रकों में लादकर रखा जा रहा है।
यह फोटो मुस्लिमों के धर्म स्थल मक्का की है। यह तस्वीर 7 अप्रैल की है। सऊदी अरब के मक्का में जहां लाखों लोगोंं की भीड़ रहती थी, वहीं, लोगोंं के प्रवेश पर रोक लगा दी गई है। इतना ही यहां उमरा को भी रद्द कर दिया गया।
वुहान में 76 दिनों के लॉकडाउन के बाद 8 अप्रैल को प्रतिबंध हटा लिए गए। कोरोना का पहला केस वुहान में दिसंबर में सामने आया था, जनवरी में लॉकडाउन लगाया गया। जब यहां लॉकडाउन हटा तो इस तरह से खुशियां मनाई गईं।
ये ब्राजील के साओ पाउलो के विला फॉर्मोसा में लैटिन अमेरिका का सबसे बड़ा कब्रिस्तान है। इसमें जहां तक नजर जाती है, सिर्फ कब्रें ही नजर आती हैं। यहां कोरोना वायरस के बाद बनाए गए नए नियमों के मुताबिक, सिर्फ 6 मिनट में लोगों का अंतिम संस्कार किया जा रहा है, उन्हें ना उनके परिजनों से मिलने दिया जाता है और ना ही वे उन्हें छू सकते हैं।