शर्मनाक; दंगाइयों ने सीमा पर तैनात जवान का घर जलाया, अब BSF ने सही कराने का उठाया जिम्मा
नई दिल्ली. दिल्ली के उत्तर पूर्वी इलाके में हुए दंगों में अब तक 42 लोगों की मौत हो गई है। इन दंगों में उपद्रवियों ने हजारों दुकानों और घरों को आग के हवाले कर दिया। यहां तक की दंगाइयों ने दिल्ली के खजुरी खास इलाके में बीएसएफ जवान का घर भी आग के हवाले कर दिया। अब बीएसएफ ने जवान मोहम्मद अनीस के घर को दोबारा सही कराने का जिम्मा उठाया है। दिल्ली में 23, 24 और 25 फरवरी को उत्तर पूर्वी इलाके में नागरिकता कानून को लेकर हिंसा फैली थी। हालांकि, अब स्थिति काबू में है।
मोहम्मद अनीस के घरवालों के मुताबिक, अनीस के घर के बाहर उसके नाम की नेम प्लेट भी लगी थी। उनका मानना था कि शायद इस पर सुरक्षाबल लिखा देख, दंगाई हमला ना करें। लेकिन ऐसा नहीं हुआ।
पहले दंगाइयों ने घर पर पत्थर बरसाए फिर उसे आग के हवाले कर दिया। यहां तक की दंगाइयों ने अनीस के परिवार को पाकिस्तान भेजने के नारे भी लगाए।
घरवालों के मुताबिक, अनीस 2013 में बीएसएफ में भर्ती हुए थे। इसके बाद वे 3 साल तक जम्मू कश्मीर के बॉर्डर पर देश की रक्षा में तैनात रहे। अनीस के घरवालों ने बताया कि आग में घर में रखे 3 लाख रुपए और सोने की ज्वेलरी भी जल गई।
अनीस का घर जलकर तबाह हो गया। उनके घर में अगले कुछ महीनों में दो शादिया होनी थीं। यहां तक की अनीस की शादी भी मई में है। घरवालों ने बताया, इन्हीं की तैयारियों के लिए घर पर सोने की ज्वेलरी और नकदी रखी थी।
डिप्टी इंस्पेक्टर जनरल पुष्पेंद्र राठौर ने बताया, बीएसएफ के इंजीनियर भी उनके साथ अनीस के घर पहुंचे थे। बीएसएफ पूरे घर को सही कराएगा। इसके लिए अनीस के परिवार को आर्थिक मदद भी दी जाएगी।
दिल्ली के उत्तर पूर्वी इलाके में 23, 24 और 25 फरवरी को हिंसा हुई थी। इसमें अब तक 42 लोगों की मौत हो चुकी है। 300 से ज्यादा जख्मी हैं। यह हिंसा नागरिकता कानून के समर्थन और विरोध करने वाले गुटों के आमने सामने आने के बाद शुरू हुई।
हिंसा को लेकर दिल्ली पुलिस द्वारा कुल 148 केस दर्ज किया गया है। इसके साथ ही पुलिस ने कार्रवाई करते हुए 630 लोगों को गिरफ्तार किया गया है।
हिंसा में मुख्य रूप से जाफराबाद, मौजपुर, चांदबाग, खुरेजी खास, गोकुलपुरी और भजनपुरा सबसे ज्यादा प्रभावित हुए हैं।
दिल्ली में हुए हिंसा की पुलिस जांच कर रही है। इसके साथ ही दोषियों को भी चिन्हित कर रही है। दिल्ली पुलिस के प्रवक्ता मनदीप सिंह रंधावा ने कहा कि फारेंसिक विज्ञान प्रयोगशाला दलों को बुलाया गया है और अपराध के दृश्यों का फिर से मुआयना किया जा रहा है।