किराए के मकान में रहने वाली 'प्रियंका' कैसे बन गई महलों में रहने वाली 'हनीप्रीत'
चंडीगढ़. राम रहीम की करीबी हनीप्रीत को पंचकूला कोर्ट ने बड़ी राहत दी है। पंचकूला में 25 अगस्त, 2017 को हुए दंगों के मामले में कोर्ट ने हनीप्रीत को जमानत दी है। एडिशनल सेशन जज संजय संधीर की कोर्ट में शनिवार को हुई सुनवाई में पुलिस देशद्रोह और देशद्रोह की साजिश रचने के आरोप साबित नहीं कर सकी। इसके बाद कोर्ट ने धारा-121 व 121 ए को हटा दिया था।
Asianet News Hindi | Published : Nov 6, 2019 12:48 PM IST / Updated: Nov 06 2019, 07:05 PM IST
डेरा सच्चा सौदा का प्रमुख राम रहीम हनीप्रीत को मुंहबोली बेटी बताता है। राम रहीम के संपर्क में आने से पहले हनीप्रीत की फैमिली किराए के मकान में रहती थी। लेकिन कुछ ही सालों में उसकी जिंदगी बदल गई। हनीप्रीत का असली नाम प्रियंका तनेजा है।
वह हरियाणा के फतेहाबाद में चार मरला कॉलोनी में किराए से रहती थी। उस समय हनीप्रीत के दादा डेरा के अनुयायी थे। उस वक्त हनीप्रीत भी दादा के साथ डेरा जाती थी।
हनीप्रीत के पड़ोसियों ने दावा किया था कि हनीप्रीत स्कूल के दिनों में ही बाबा के संपर्क में आ गई थी। फतेहाबाद में हनीप्रीत की सगाई के दौरान भी राम रहीम वहां आया था। हनीप्रीत डेरे का हर काम हैंडल करती थी। इस वक्त तक हनीप्रीत का पूरा परिवार डेरा में ही रहने लगा था। 2009 में एक कार्यक्रम में बाबा ने हनीप्रीत को अपनी गोद ली बेटी बताया था।
हनीप्रीत डेरा के सभी कामों को संभालती थी। यहां तक की बाबा की फिल्मों में डायरेक्शन, प्रोडक्शन समेत तमाम कामों को भी देखती थी। उस वक्त कयास लगाए जाते थे कि वह एमबीए है। हालांकि, बाद में खुलासा हुआ कि वह सिर्फ 12वीं तक पढ़ी है।
गुरमीत राम रहीम चौधरी को पंचकूला कोर्ट ने 2017 में साध्वी यौन शोषण मामले में दोषी ठहराया था। इसके बाद 25 अगस्त को पंचकूला समेत अन्य जगहों में हिंसा और तोड़फोड़ हुई थी। इसमें कई लोगों की जान भी चली गई थी। इस मामले में हनीप्रीत, सुरेंद्र धीमान, गुरमीत, शरणजीत कौर, गोबिंद, प्रदीप, गुरमीत, दान सिंह, सुखदीप कौर, सीपी अरोड़ा, खैराती लाल, राकेश को आरोपी बनाया गया है। हनीप्रीत को 3 अक्टूबर 2017 में गिरफ्तार किया था।