तो आरोपियों को खींचकर मार ही डालते लोग, रेप के बाद डॉक्टर को जलाकर मारने की घटना से गुस्से में लोग
हैदराबाद. दिल्ली में हुए निर्भया कांड के बाद उसी के जैसा एक मामला हैदराबाद में हुआ है। यहां शमशाबाद में महिला पशु चिकित्सक के साथ 4 लोगों ने गैंगरेप के बाद उसे जिंदा जला दिया। इस घटना पर अब पूरे देश में उबाल है। हर कोई आरोपियों के लिए सख्त सजा की मांग कर रहा है। दिल्ली सहित कई जगहों में विरोध प्रदर्शन हो रहे हैं। इतना ही नहीं शादनगर पुलिस थाने में जब आरोपियों को जेल में डाला जा रहा था तो प्रदर्शनकारी बड़ी संख्या में वहा जमा हो गए और चप्पलों की बरसात कर दी। वह चिल्ला रहे थे आरोपियों से वैसा ही व्यवहार होना चाहिए जैसा उन्होंने पीड़िता के साथ किया। यदि आप वैसा नहीं कर सकते तो उन्हें हमें सौंप दें।
Asianet News Hindi | Published : Dec 1, 2019 12:34 PM IST / Updated: Dec 01 2019, 06:11 PM IST
27 नवंबर को हुए इस भयानक गैंगरेप कांड ने पूरे देश को झकझोर कर रख दिया है।
हर कोई गुस्से में है लोग आरोपियों के खिलाफ कड़ी सजा की मांग कर रहे हैं। चारों आरोपियों की पहचान हो चुकी है।
शुक्रवार से ही महिला डॉक्टर के घर आस-पड़ोस के लोग और एक्टिविस्ट ने प्रदर्शन कर डेरा डाला हुआ है।
भीड़ चिल्ला रही है- वी वान्ट जस्टिस, शूट द कल्परिट!
हैदराबाद की डॉक्टर से रेप और निर्मम हत्या की घटना के आने के बाद देशभर में आरोपियों को कड़ी सजा दिए जाने की मांग हो रही है।
बड़ी संख्या में प्रदर्शनकारी शादनगर पुलिस थाने के बाहर एकत्रित हुए और आरोपियों के खिलाफ नारेबाजी की। इनमें से कुछ लोगों ने मांग की कि आरोपियों को मौत की सजा दी जाए।
हैदराबाद में आक्रोशित लोगों ने उस थाने के बाहर प्रदर्शन किया, जहां महिला पशु चिकित्सक से बलात्कार और हत्या के आरोपियों को बंद किया गया है। भीड़ को पुलिस ने जब रोकने की कोशिश की तो पुलिस पर लोगों ने चप्पलें भी चलाईं।
एक्टिविस्ट अनु दुबे एग्जाम छोड़कर संसद के बाहर विरोध जताने के लिए बैठ गई पुलिस द्वारा मारपीट करने के बाद भी उसने महिलाओं की सुरक्षा के लिए आवाज उठाना जारी रखा है।
महिलाओं के खिलाफ दरिंदगी खत्म नहीं हो रही है जिस वजह से लोग गुस्से में सड़कों पर हैं।
कोई कैंडिल जला रहा है तो कोई मुंह पर काली पट्टी बांधकर विरोध जता रहा है।
मशहूर कलाकार सुदर्शन पटनायक ने रेत पर आकृति उकेरकर इंसानियत पर सवाल उठाया। उन्होंने आंख से बहते हुए आंसू के बीच दरिंदगी के साये में जी रही लड़कियों की आकृति बनाई और सवाल किया है कि और कितनी लड़कियों को भेंट चढ़ना होगा।
कोलकाता में सामाजिक कार्यकर्ताओं ने मुंह पर काला कपड़ा बाधंकर इस अमानवीय कुकर्म का विरोध किया।