दोषी ने खुद ही अपना सिर फोड़ा, वकील ने कोर्ट में कहा, वह पागल हो चुका है...ऐसे चली गई मौत से बचाने की चाल
नई दिल्ली. निर्भया के दोषी विनय ने फांसी से बचने का नया पैंतरा चला है। उसके वकील एपी सिंह ने गुरुवार को पटियाला हाउस कोर्ट में अर्जी दायर की। इसमें विनय ने खुद को मानसिक बीमार और सिजोफ्रेनिया से पीड़ित बताया है। वकील के मुताबिक, विनय अपनी मां और वकील तक को नहीं पहचान सका। पिछली सुनवाई में वकील ने कहा था कि विनय भूख हड़ताल पर है और उसकी मानसिक स्थिति ठीक नहीं है। फिलहाल इस मामले में अगली सुनवाई 22 फरवरी को होगी।
विनय नहीं, एपी सिंह मानसिक रूप से बीमार हैं : निर्भया की मां - निर्भया की मां आशा देवी ने कहा, उनके वकील के पास अब कुछ नहीं बचा है इसलिए वो कुछ भी कर रहे है। मुझे तो लगता है कि विनय पागल नहीं बल्कि एपी सिंह को आराम की जरूरत है क्योंकि वो मानसिक रूप से बीमार हो गए हैं।
दिल्ली की पटियाला हाउस कोर्ट ने डेथ वॉरंट जारी कर चारों को 3 मार्च की सुबह फांसी की तारीख तय की है। लेकिन अभी एक दोषी की दया याचिका नहीं लगाई गई है। ऐसे में कम ही उम्मीद है कि 3 मार्च को फांसी हो।
दोषी विनय शर्मा- निर्भया का दोषी विनय जिम ट्रेनर का काम करता था। वारदात वाली रात विनय बस चला रहा था। इसने पिछले साल जेल के अंदर आत्महत्या की कोशिश की थी लेकिन बच गया।विनय शर्मा- निर्भया का दोषी विनय जिम ट्रेनर का काम करता था। वारदात वाली रात विनय बस चला रहा था। इसने पिछले साल जेल के अंदर आत्महत्या की कोशिश की थी लेकिन बच गया।
दोषी पवन गुप्ता- पवन दिल्ली में फल बेंचने का काम करता था। वारदात वाली रात वह बस में मौजूद था। पवन जेल में रहकर ग्रेजुएशन की पढ़ाई कर रहा है।
दोषी मुकेश सिंह - निर्भया से गैंगरेप का दोषी मुकेश बस क्लीनर का काम करता था। जिस रात गैंगरेप की यह घटना हुई थी उस वक्त मुकेश सिंह बस में ही सवार था। गैंगरेप के बाद मुकेश ने निर्भया और उसके दोस्त को बुरी तरह पीटा था।
दोषी अक्षय ठाकुर- यह बिहार का रहने वाला है। इसने अपनी पढ़ाई बीच में ही छोड़ दी और दिल्ली चला आया। शादी के बाद ही 2011 में दिल्ली आया था। यहां वह राम सिंह से मिला। घर पर इस पत्नी और एक बच्चा है।
विनय के जेल की दीवार पर दे मारा था सिर- बुधवार को निर्भया के दोषी विनय ने तिहाड़ जेल में दीवार से टकराकर खुद अपना सिर फोड़ लिया। उसके सिर के साथ ही हाथों में भी चोट आई है। इस खबर के बाद वकील एपी सिंह ने पटियाला हाउस कोर्ट में दोषी विनय शर्मा के लिए नई याचिका दाखिल की थी। याचिका में उसकी मानसिक हालत खराब होने की बात कही गई। (पुरानी तस्वीर- निर्भया को न्याय दिलाने के लिए ऐसे ही आंदोलन हुआ था)
इससे पहले दोषी विनय के खुदकुशी की कोशिश की थी। हालांकि जेल अधिकारियों ने इसे अफवाह बताया। उन्होंने बताया कि चारों दोषियों के स्वास्थ्य पर पूरी नजर रही जा रही है। इनका डाइट चार्ट भी बनाया गया है। (तस्वीर- निर्भया के पिता)
दिल्ली की पटियाला हाउस कोर्ट ने डेथ वॉरंट जारी कर चारों को 3 मार्च की सुबह फांसी की तारीख तय की है। लेकिन अभी एक दोषी की दया याचिका नहीं लगाई गई है। ऐसे में कम ही उम्मीद है कि 3 मार्च को फांसी हो। (तस्वीर- निर्भया को न्याय दिलाने के लिए ऐसे ही आंदोलन हुआ था)
क्या है निर्भया गैंगरेप और हत्याकांड - दक्षिणी दिल्ली के मुनिरका बस स्टॉप पर 16-17 दिसंबर 2012 की रात पैरामेडिकल की छात्रा अपने दोस्त को साथ एक प्राइवेट बस में चढ़ी। उस वक्त पहले से ही ड्राइवर सहित 6 लोग बस में सवार थे। किसी बात पर छात्रा के दोस्त और बस के स्टाफ से विवाद हुआ, जिसके बाद चलती बस में छात्रा से गैंगरेप किया गया। लोहे की रॉड से क्रूरता की सारी हदें पार कर दी गईं। छात्रा के दोस्त को भी बेरहमी से पीटा गया। (तस्वीर- दोषियों के वकील एपी सिंह)
बलात्कारियों ने दोनों को महिपालपुर में सड़क किनारे फेंक दिया गया। पीड़िता का इलाज पहले सफदरजंग अस्पताल में चला, सुधार न होने पर सिंगापुर भेजा गया। घटना के 13वें दिन 29 दिसंबर 2012 को सिंगापुर के माउंट एलिजाबेथ अस्पताल में छात्रा की मौत हो गई। (तस्वीर- निर्भया की मां आशा देवी पांडे)