कोरोना से जंग में 'मिशन मोड' में पीएम मोदी, 17-18 घंटे कर रहे काम, मिनट टू मिनट ले रहे अपडेट
नई दिल्ली. भारत में कोरोना वायरस के संक्रमण के मामले लगातार बढ़ते जा रहे हैं। दूसरी ओर भारत कोरोना को हराने की कोशिश में जी जान से जुटा है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी देश के इस हौसले को लगातार बढ़ा रहे हैं। पीएम मोदी कोरोना वायरस के खिलाफ चल रही इस जंग में मिनट टू मिनट नजर रख रहे हैं। कोरोना वायरस को कैसे रोका जाए, इसके लिए पीएम मोदी और उनके विशेषज्ञों की एक टीम लगातार काम कर रही है। 21 दिनों के लॉकडाउन का फैसला भी पीएम ने अपने इसी टीम की सलाह पर लिया। प्रधानमंत्री हर रोज करीब 17-18 घंटे काम कर रहे हैं।
कोरोना के खिलाफ लड़ाई में विश्व स्वास्थ्य संगठन भी भारत और पीएम मोदी की तारीफ कर चुका है। एनबीटी की खबर के मुताबिक, पीएमओ के सूत्रों ने बताया कि पीएम मोदी 3 बजे या उससे अधिक समय तक जगकर कोरोना की मौजूदा स्थिति की मॉनिटरिंग कर रहे हैं। देर रात तक वे अधिकारियों और विशेषज्ञों की टीमों के साथ बैठक कर रहे हैं।
पीएम मोदी उठाए जा रहे हर कदमों की समीक्षा इन बैठकों में करते हैं। इतना ही नहीं वे तमाम विशेषज्ञों, मुख्यमंत्रियों, बिजनेसमैन, खेल जगत एवं अन्य हस्तियों से भी प्रेस कॉन्फ्रेंस कर सहयोग मांग रहे हैं। रिपोर्ट के मुताबिक, पीएम मोदी के साथ विशेषज्ञों की 11 टीम कामें कर रही हैं। ये टीमें 24 घंटे काम कर रही हैं।
पीएम की टीम में डॉक्टर, वैज्ञानिक, अर्थशास्त्री और महामारी के बारे में विशेष जानकारी रखने वाले लोग शामिल हैं। ये अफसर लगातार पीएम के संपर्क में रहते हैं। पीएमओ के सूत्रों के मुताबिक, पीएम का सबसे ज्यादा फोकस इमर्जेंसी मेडिकल मैनेजमेंट प्लान पर है। नीति आयोग के सदस्य डॉ वी पॉल इस टीम को लीड कर रहे हैं।
मिनट टू मिनट ले रहे जायजा: वहीं, एक टीम पर्यावरण सचिव सीके मिश्रा के नेतृत्व में गठित की गई है। इसमें एम्स के डायरेक्टर रणदीप गुलेरिया, महामारी विशेषज्ञ डॉ रमन शामिल हैं। इस टीम में पीएम मोदी के भरोसेमंद माने जाने वाले डॉ. श्रीकर परदेशी और मयूर माहेश्वरी भी शामिल हैं।
इस टीम में शामिल एक अफसर ने बताया कि पीएम मिशन मोड में काम कर रहे। वह देश ही नहीं दुनिया में कोरोना वायरस से जुड़ीं सभी जानकारियों पर पूरी नजर रख रहे हैं। यहां तक की कितने पॉजिटिव मिले, कितने लोग ठीक हुए और कितने की जांच हुई, यह जानकारी भी वे लगातार ले रहे हैं।
इतना ही नहीं सभी 11 टीमें पीएम के प्रधान सचिव पीके मिश्रा से भी लगातार संपर्क में रहकर काम कर रही हैं। कोरोना की रोकथाम से जुड़ीं सभी बैठकों में चर्चा पीके मिश्रा और विशेषज्ञों के बीच में होता है। लेकिन जरूरत पड़ने पर तुरंत ही इन बैठकों में पीएम मोदी भी शामिल हो जाते हैं।
इसके अलावा कोरोना के खिलाफ लड़ाई में निजी और गैर सरकारी संगठनों का सहयोग मिले, इसके लिए भी एक टीम काम कर रही है। इस टीम को नीति आयोग के सीईओ अमिताभ कांत लीड कर रहे हैं। यह टीम एनजीओ और प्राइवेट सेक्टर में समन्वय बनाने का अहम काम कर रही है।
इसी टीम के प्रयासों से एनजीओ और प्रमुख कंपनियों से धन जुटाने का काम किया जा रहा है। इतना ही नहीं टाटा, रिलायंस, अडानी और भारती जैसे बड़े समूहों से पीएम केयर में आर्थिक मदद में भी इसी टीम का अहम रोल रहा है। इस टीम की बदौलत ही पूरे देश में गरीबों को भोजन और आश्रय की सुविधा प्रदान करने में निजी क्षेत्र और गैरसरकारी संगठन काम कर रहे हैं।
मीडिया से भी की बात: इतना ही नहीं, कोरोना महामारी के वक्त मीडिया के महत्व को समझते हुए पीएम मोदी ने सभी चैनलों, अखबारों के मालिकों से भी वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए बात की है। इसके अलावा उन्होंने खिलाड़ियों, रेडियो जॉकी, बिजनेसमैन, सभी मुख्यमंत्रियों से भी वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए बात की।
14 दिन में चार बार जनता को किया संबोधित: इतना ही नहीं पीएम मोदी की टीम सोशल मीडिया पर भी लोगों को जागरूक करने का काम कर रही है। इसके लिए हिरेन जोशी के नेतृत्व में एक टीम काम कर रही है। इसके साथ ही पीएम मोदी भी जनता को लगातार संबोधित कर हौसला अफजाई कर रहे हैं।
साथ ही पीएम मोदी लोगों से घर पर रहने की भी अपील कर रहे हैं। पीएम मोदी ने 14 दिन में चार बार यानी 19 मार्च, 24 मार्च को जनता को संबोधित किया। इसके बाद उन्होंने 29 मार्च को मन की बात में भी जनता से कोरोना वायरस और लॉकडाउन के बारे में जानकारी दी। इसके अलावा उन्होंने 3 अप्रैल को वीडियो संदेश जारी कर जनता को संबोधित किया।