नई दिल्ली। भारत के पास वर्तमान में कोई स्ट्रेटेजिक बॉम्बर नहीं है। जंग होने पर सुखोई एमकेआई 30 और मिराज 2000 जैसे लड़ाकू विमानों को बमवर्षक विमान का रोल निभाना होगा। चीन की बढ़ती सैन्य क्षमता को देखते हुए भारत में भी स्ट्रेटेजिक बॉम्बर विमान खरीदने की बात हो रही है। ऐसी बात सामने आ रही है कि भारत अपनी सामरिक क्षमता बढ़ाने के लिए रूस से Tupolev Tu-160 बॉम्बर खरीदने की योजना पर काम कर रहा है। रूस का Tu-160 दुनिया का सबसे बड़ा बम वर्षक विमान है। अमेरिका के बॉम्बर विमान क्षमता के मामले में इसके काफी पीछे हैं। 16 दिसंबर 1981 में जब Tu-160 विमान ने पहली बार उड़ान भरी थी तो अमेरिका की परेशानी बढ़ गई थी। उसके पास इसकी बराबरी का कोई विमान नहीं था। आगे पढ़ें Tu-160 विमान की ताकत के बारे में...