The Kashmir Files: 8 महीने में 27 कश्मीरी पंडितों की टार्गेट किलिंग, 90 के दशक जैसा माहौल बनाने की साजिश

श्रीनगर. जम्मू-कश्मीर में एक बार फिर टार्गेट किलिंग के मामले बढ़ने से गैर कश्मीरियों में डर और गुस्से का माहौल है। वंदे मातरम् (@vandematram_jk) ट्विटर अकाउंट ने कहा है कि  8 महीने में 27 कश्मीरी पंडितों की हत्या हुई है। इस बीच शोपियां में मारे गए कश्मीर पंडित की अंतिम यात्रा में बड़ी संख्या में मुस्लिम इकट्ठा हुए, ताकि आतंकवादियों के खिलाफ एकजुटता दिखाई जा सके। बता दें कि शोपियां के छोटिगम में रहने वाले कश्मीरी पंडितों ने 90 के दशक के दौरान भी कश्मीर नहीं छोड़ा था। लेकिन अब वे डरे हुए हैं। मंगलवार को कश्मीर के पंडितों पर हमले की खबर फैलते ही मोहल्ले के मुसलमान हमले में मारे गए शख्स को अस्पताल ले जाने और वहां रह रहे अन्य पंडितों को सांत्वना देने के लिए मौके पर पहुंचे। 

 

Amitabh Budholiya | Published : Aug 17, 2022 3:27 AM IST / Updated: Aug 17 2022, 08:59 AM IST

15
The Kashmir Files: 8 महीने में 27 कश्मीरी पंडितों की टार्गेट किलिंग, 90 के दशक जैसा माहौल बनाने की साजिश

यह घटना शोपियां के चोटीगाम गांव में मंगलवार को हुई थी। कश्मीरी पंडित भाइयों की पहचान सुनील कुमार भट्ट और पिंटू कुमार के रूप में हुई है। दोनों भाई जब सेब के बागान में काम कर रहे थे, तभी आतंकियों ने उन पर हमला कर दिया था। इसमें सुनील कुमार भट्ट की मौत हो गई थी। इससे पहले उत्तरी कश्मीर के बांदीपोरा जिले के अजस के सदुनारा इलाके में गुरुवार-शुक्रवार(11-12 अगस्त) की दरमियानी रात अज्ञात बंदूकधारी आतंकवादियों ने एक गैर-स्थानीय मजदूर की गोली मारकर हत्या कर दी थी। 

25

जम्मू-कश्मीर में एक बार फिर टार्गेट किलिंग की घटनाओं ने लोगों में डर और आक्रोश पैदा कर दिया है। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, 8 महीने में 27 कश्मीरी पंडितों की हत्या हुई है। इस बीच शोपियां में मारे गए कश्मीर पंडित की अंतिम यात्रा में बड़ी संख्या में मुस्लिम इकट्ठा हुए, ताकि आतंकवादियों के खिलाफ एकजुटता दिखाई जा सके।

35

DGP ने किया शोपियां का दौरा: घटना के बाद डीजीपी दिलबाग सिंह ने मंगलवार को दक्षिण कश्मीर के शोपियां जिले का दौरा किया और डीपीओ, शोपियां में एक संयुक्त सुरक्षा समीक्षा बैठक की अध्यक्षता की। डीजीपी ने कहा, "जम्मू-कश्मीर में तेजी से बढ़ रही शांति से नाखुश सीमा पार आतंकवादियों और उनके आकाओं ने एक बार फिर निर्दोषों को निशाना बनाया है।" डीजीपी ने आतंकवादियों और उनकी सहायता प्रणाली का पता लगाने के लिए सघन घेराबंदी और तलाशी अभियान (सीएएसओ) पर जोर दिया। उन्होंने अधिकारियों को लोगों की सुरक्षा और सुरक्षा के लिए अपने-अपने क्षेत्रों में खुफिया और सुरक्षा ग्रिड को और मजबूत करने और बढ़ाने के निर्देश दिए।

यह भी पढ़ें-कश्मीर में फिर टार्गेट किलिंग: दो कश्मीर भाइयों को आतंकियों ने गोली मारी, एक की मौत

45

यह आतंकी घटना शोपियां के चोटीगाम गांव में हुई। कश्मीरी पंडित भाइयों की पहचान सुनील कुमार भट्ट और पिंटू कुमार के रूप में हुई है। दोनों भाई जब सेब के बागान में काम कर रहे थे, तभी आतंकियों ने उन पर हमला कर दिया। हमले में सुनील कुमार भट्ट की मौत हो गई। 

यह भी पढ़ें-इस बस में ITBP के 40 जवान मौजूद थे, 250 मीटर गहरी खाई में गिरकर हो गई चकनाचूर-देखें PHOTOS

55

आतंकवादियों की कायराना हरकत
नेशनल कांफ्रेंस के अध्यक्ष और श्रीनगर से सांसद डॉ. फारूक अब्दुल्ला और उपाध्यक्ष उमर अब्दुल्ला ने हमले की निंदा की है। फारूक ने कहा, "भयानक और कायराना हमले ने मुझे शब्दों से परे झकझोर दिया है। मैं शोक संतप्त लोगों के प्रति संवेदना और संवेदना व्यक्त करता हूं। हर जगह डर है और लोग इस तरह की टार्गेट हत्याओं से असुरक्षित महसूस कर रहे हैं।"

उमर ने कहा, "दक्षिण कश्मीर से बेहद दुखद खबर। मैं शोपियां में आतंकवादी हमले की स्पष्ट रूप से निंदा करता हूं। 

जम्मू-कश्मीर प्रदेश कांग्रेस कमेटी (जेकेपीसीसी) के अध्यक्ष गुलाम अहमद मीर ने सुनील कुमार की हत्या को आतंकवादियों द्वारा की गई कायराना हरकत करार दिया और इस घटना की कड़े शब्दों में निंदा की। 

भाजपा महासचिव-संगठन अशोक कौल ने इसे कायरतापूर्ण कृत्य बताते हुए आतंकवादियों द्वारा कश्मीरी पंडित की हत्या की निंदा की। उन्होंने कहा कि भाजपा ने इन घटनाओं की कड़ी निंदा की है।

पूर्व मंत्री और अपनी पार्टी के उपाध्यक्ष जावेद मुस्तफा मीर ने शोपियां में अल्पसंख्यक समुदाय के सदस्य सुनील कुमार पर हुए कायरतापूर्ण हमले की कड़ी निंदा करते हुए इसे बेहद बर्बर बताया।

नेशनल पैंथर्स पार्टी (एनपीपी) ने श्रीनगर में जारी एक बयान में कश्मीर घाटी में अमानवीय, बर्बर और निर्दोष अल्पसंख्यक समुदाय के सदस्यों की सबसे दुर्भाग्यपूर्ण हत्याओं की निंदा की। 

अपनी पार्टी के मीडिया सलाहकार फारूक अंद्राबी ने कहा, कि यह देखना दिल दहला देने वाला है कि दक्षिण कश्मीर के शोपियां में आतंकवादियों द्वारा अल्पसंख्यक समुदाय के एक और नागरिक की बेरहमी से हत्या कर दी गई। 

पीपुल्स डेमोक्रेटिक फ्रंट (पीडीएफ) के अध्यक्ष और पूर्व मंत्री हकीम मुहम्मद यासीन ने कहा कि शोपियां में अज्ञात बंदूकधारियों द्वारा अल्पसंख्यक समुदाय के सदस्यों पर हमला मानवता के खिलाफ है।

पीडीपी नेता और प्रवक्ता रउफ भट ने कहा कि जम्मू-कश्मीर के किसी भी जागरूक नागरिक के लिए इस तरह की नागरिक हत्याएं दर्दनाक हैं और सभी से इसकी कड़ी निंदा की मांग की जाती है।

जम्मू-कश्मीर अंजुमन शरीशियान के प्रेसिडेंट आगा सैयद हसन मौसवी ने कश्मीर के अल्पसंख्यकों की हत्याओं की निंदा की और इसे भाईचारे के बंधन को धूमिल करने के उद्देश्य से बहुत ही दुर्भाग्यपूर्ण झटका बताया।

यह भी पढ़ें-कूड़े के ढेर में पड़े थे 45 भ्रूण, कुत्ते इर्द-गिर्द मंडरा रहे थे, 1.5 किमी के सर्कल में इतने सारे अबॉर्शन?‌

Read more Photos on
Share this Photo Gallery
click me!
Recommended Photos