सार
बांदीपोरा के हफ्तेभर के अंदर आतंकवादियों ने कश्मीर घाटी में दो कश्मीरी पंडित भाइयों को गोली मार दी। इसमें एक की मौत हो गई। टार्गेट किलिंग का यह मामला शोपियां में एक सेब बागान में हुआ। दूसरे भाई की हालत गंभीर बताई जाती है। पुलिस ने सर्च ऑपरेशन शुरू कर दिया है।
श्रीनगर. जम्मू-कश्मीर में फिर से गैर कश्मीरियों को टार्गेट किया जा रहा है। बांदीपोरा के हफ्तेभर के अंदर आतंकवादियों ने कश्मीर घाटी में दो कश्मीरी पंडित भाइयों को गोली मार दी। इसमें एक की मौत हो गई। टार्गेट किलिंग का यह मामला शोपियां में एक सेब बागान में हुआ। दूसरे भाई की हालत गंभीर बताई जाती है। पुलिस ने सर्च ऑपरेशन शुरू कर दिया है। यह आतंकी घटना शोपियां के चोटीगाम गांव में हुई।कश्मीरी पंडित भाइयों की पहचान सुनील कुमार भट्ट और पिंटू कुमार के रूप में हुई है। दोनों भाई जब सेब के बागान में काम कर रहे थे, तभी आतंकियों ने उन पर हमला कर दिया। हमले में सुनील कुमार भट्ट की मौत हो गई। घटना की सूचना मिलते ही सुरक्षाबलों ने इलाके को घेर लिया है। सर्च ऑपरेशन चलाया जा रहा है। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, आतंकियों ने पहले उनका नाम पूछा, फिर गोली मारी। इससे पता चलता है कि कश्मीरी पंडितों को निशाना बनाया जा रहा है।
इससे पहले बांदीपोरा में बिहारी मजदूर को गोली मारी थी
इससे पहले उत्तरी कश्मीर के बांदीपोरा जिले के अजस के सदुनारा इलाके में गुरुवार-शुक्रवार(11-12 अगस्त) की दरमियानी रात अज्ञात बंदूकधारी आतंकवादियों ने एक गैर-स्थानीय मजदूर की गोली मारकर हत्या कर दी थी। पुलिस के एक टॉप आफिसर ने बताया कि आतंकवादियों ने तड़के लगभग 12:30 बजे एक गैर-स्थानीय मजदूर को बहुत करीब से गोली मार दी थी। मजदूर की पहचान मोहम्मद अमरेज पुत्र मोहम्मद जलील निवासी बिहार निवासी के रूप में हुई थी। अमरेज के भाई ने मीडिया को बताया कि दोनों भाई सो रहे थे, तभी भाई ने उन्हें जगाकर कहा कि बाहर फायरिंग हो रही है। कुछ देर बाद अमरेज टॉयलेट के लिए गया, तो फिर नहीं लौटा। खोजने पर वो खून से लथपथ पड़ा था। सुरक्षाबलों से मदद मांगी, तो उसे अस्पताल ले जाया गया, लेकिन रास्ते में ही दम तोड़ दिया था। क्लिक करके पढ़ें
घटना को लेकर राजनीति शुरू
शोपियां हमले को लेकर AIMIM के चीफ असदुद्दीन ओवैसी का एक बयान सामन आया है। उन्होंने कहा कि जम्मूकश्मीर के उप राज्यपाल मनोज सिन्हा पूरी तरह से फेल साबित हुए हैं। ओवैसी ने कहा कि सुरक्षा का हवाला देकर जम्मू-कश्मीर से धारा 370 हटाई गई थी, फिर भी कश्मीरी पंडित सुरक्षित नहीं है।
वहीं, उप राज्यपाल मनोज सिन्हा ने हमले की कड़ी निंदा करते हुए कहा कि घटना में शामिल किसी भी आतंकवादी को बख्शा नहीं जाएगा। आतंकवादियों को चुन-चुनकर मारा जाएगा।
भाजपा नेता निर्मल सिंह ने आतंकवादी हमले की निंदा करते हुए कहा कि यह एक कायराना हरकत है। सुनील कुमार सिर्फ अपना काम कर रहा था। आतंकवादी कुछ भी कर लें, लेकिन वे अपने मंसूबों में सफल नहीं हो पाएंगे।
पीपुल्स कान्फ्रेंस के लीडर सज्जाद लोन ने भी गैर कश्मीरियों की हत्या को कायराना हरकत बताया है। उन्होंने मृतक के परिजनों के प्रति शोक संवेदना जताते हुए कहा कि इस जघन्य हत्या की निंदा की जानी चाहिए।
जम्मू-कश्मीर के भाजपा अध्यक्ष रवींद्र रैना ने इसे पाकिस्तानी आतंकवादियों की हरकत बताते हुए कहा कि दोषियों को कड़ी सजा मिलेगी।
4 महीने में टार्गेट किलिंग की घटनाएं
12 मई: एक पुलिसकर्मी रियाज की हत्या
12 मई: कश्मीरी पंडित कर्मचारी राहुल भट्ट की हत्या
17 मई: बारामूला में 52 साल के कारोबारी की हत्या
24 मई: एक पुलिसकर्मी की हत्या, 7 साल की बेटी घायल
25 मई: टीवी एक्ट्रेस अमरीन भट्ट की बडगाम में हत्या
31 मई: कुलगाम में टीचर रजनी बाला की हत्या
2 जून: राजस्थान के बैंक मैनेजर की हत्या
2 जून: बडगाम में 17 साल के प्रवासी मजदूर की हत्या
4 अगस्त: पुलवामा में बिहार के प्रवासी मजदूर की हत्या
11-12 अगस्त: बांदीपोरा जिले के अजस के सदुनारा इलाके में बिहारी मजदूर मोहम्मद अमरेज पुत्र मोहम्मद जलील की हत्या
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