महाराष्ट्र के ठाणे जिले में बुधवार को बारिश से जुड़ी घटनाओं में चार और लोगों की मौत के बाद एक जून से अब तक मरने वालों की संख्या 12 हो गई है, जबकि 850 से अधिक लोगों को निचले इलाकों से सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है। एक अधिकारी ने बताया कि पिछले दो दिनों से लगातार हो रही बारिश के कारण निचले इलाकों में पानी भर गया है। डिस्ट्रिक्ट डिजास्टर कंट्रोल सेल की प्रमुख अनीता जवांजाले ने कहा कि जिले के कई निचले इलाकों में पानी भर गया है और 856 लोगों के 261 परिवारों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है। उल्हास नदी में बढ़ते जल स्तर के कारण, अंबरनाथ शहर के सोनिवली क्षेत्र में 100 प्रभावित परिवारों को राज्य आवास एजेंसी म्हाडा के भवनों में स्थानांतरित कर दिया गया है। इसके अलावा, भिवंडी शहर के कोन इलाके में 25 परिवारों के 100 सदस्यों को बचाया गया और उन्हें आंगनवाड़ी (बाल देखभाल केंद्र) में ले जाया गया। पड़घा के गणेश नगर में रहने वाले 35 परिवारों के 105 लोगों को टोरेंट पावर के एक कार्यालय में स्थानांतरित कर दिया गया है। उल्हास नदी खतरे के निशान को पार करने के मद्देनजर जिला प्रशासन ने अंबरनाथ और कल्याण कस्बों के निवासियों को अलर्ट कर दिया है। जिला प्रशासन ने एचएससी (कक्षा 12) तक के स्कूली छात्रों के लिए गुरुवार और शुक्रवार को छुट्टी घोषित की है।
तस्वीर: महाराष्ट्र के वसई में भारी मानसूनी बारिश के कारण हुए भूस्खलन के बाद बचाव और राहत कार्य करते एनडीआरएफ के जवान।