यहां पहुंचे एक बुजुर्ग अहमद अली ने कहा कि दुनिया भर के मुसलमान उम्मीद के साथ शीर्ष अदालत की ओर देख रहे हैं। लोग यहां 100 साल से रह रहे हैं। उनके पास सबूत और दस्तावेज हैं। हमें उम्मीद है कि अदालत न्याय करेगी और हमारे अनुकूल आदेश भी दिया। एक अन्य स्थानीय निवासी नईम ने दावा किया कि उसके पूर्वज 200 साल पहले इस क्षेत्र में रहने लगे थे। धरना में पहुंचे पूर्व विधायक काजी निजामुद्दीन ने कहा कि जब सरकार यहां सरकारी प्रोजेक्ट्स लगा रही थी तो उसे नहीं लगा कि यहां रह रहे लोग अवैध हैं या नहीं। उन्होंने बताया कि इस 29 एकड़ में ही दो इंटर कॉलेज, स्कूल, अस्पताल, एक ओवरहेड पानी की टंकी, 1970 में बिछाई गई एक सीवर लाइन, एक मस्जिद और मंदिर हैं।