नई दिल्ली. कृषि कानून के खिलाफ आंदोलन कर रहे किसानों ने गणतंत्र दिवस पर जमकर उत्पाद मचाया। यहां तक कि अलग अलग बॉर्डर से राजधानी दिल्ली में दाखिल हुए किसान लाल किले तक पहुंच गए। यहां किसानों ने विरोध करते हुए एक झंडा लाल किले पर फहराया। अब इसे लेकर बहस छिड़ गई है। कुछ लोग इसे खालिस्तानी झंडा तक बता रहे हैं। हालांकि, यह सच नहीं है। यह धार्मिक ध्वज 'निशान साहिब' है। जानिए जानते हैं इसका क्या इतिहास है?