स्पोर्ट्स डेस्क : टोक्यो पैरालंपिक (Tokyo Paralympics 2020 ) में मंगलवार को हाई जंप के T63 इवेंट में भारत के मरियप्पन थंगावेलु (Mariyappan Thangavelu) ने सिल्वर मेडल जीता है। थंगावेलु का ये दूसरा मेडल है इससे पहले उन्होंने रियो पैरालंपिक में गोल्ड मेडल जीता था। 26 साल के इस युवा खिलाड़ी ने आज पूरी दुनिया को बता दिया कि अगर हौसले मजबूत हो, तो कोई भी परेशानी घुटने टेकने को मजबूर हो जाती है। दरअसल, मरियप्पन और मजबूरी का साथ भी सालों तक चला। 5 साल की उम्र में एक पैर गवाने के बाद उन्हें बहुत गरीबी में अपना जीवन जीना पड़ा। आइए आज आपको बताते हैं, सिल्वर मेडलिस्ट मरियप्पन थंगावेलु की संघर्ष की कहानी....