सूरत (गुजरात). 9 साल की उम्र बच्चों के खेलने-कूदने और स्कूल जाने की होती है। इस आयु में वह अपने माता-पिता से गिफ्ट और खिलौनों की मांग करते हैं। लेकिन गुजरात के सूरत में एक करोड़पति और हीरा कारोबारी की 9 साल की बेटी ने अपनी आलीशआन जिंदगी को त्याग कर संन्यासी बनने जा रही है। वह जैन धर्म ग्रहण कर दीक्षा लेकर संन्यासिनी बन रही है। नीचे की स्लाइड्स में पढ़िए चमत्कारिक बेटी की कहानी और चुनिंदा तस्वीरों में देखिए दीक्षा महोत्सव के पल...