कोलकाता, पश्चिम बंगाल. चक्रवाती तूफान भले ही गुजर गया हो, लेकिन वो अपने पीछे छोड़ गया है तबाही का भयानक मंजर। कई घर उजड़ गए हैं। खेतों में पानी भरा हुआ है। लोगों के लिए यह समय दोहरा संकट लेकर आया। पहला, कोरोना और फिर यह अम्फाल। कइयों ने अपनी आंखों के सामने अपनों को मरते देखा। ऐसी ही घटना बताते हुए 9 साल की अर्पिता गायेन कांप उठती है। उसने अपनी आंखों के सामने पिता को पानी में बहते और फिर करंट से मरते देखा। उस वक्त उसकी मां और चाचा भी कुछ दूरी पर खड़े थे, सबने उन्हें बचाने की कोशिश की, लेकिन नाकाम रहे। अर्पिता बेहला इलाके में रहती है। अर्पिता के 37 वर्षीय पिता पिंटू सहित तूफान में 19 लोगों की मौत हुई। कोलकाता में 11 लोगों की मौत बिजली का करंट लगने से हुई। आगे देखिए तबाही के बाद की कुछ तस्वीरें