दरअसल, नेत्रहीन क्रिकेटर नरेश तुमदा नवसारी जिले के खतांबा गांव में मिट्टी के घर में अपने परिवार के साथ रहते हैं। वर्ल्ड कप क्रिकेट का खिताब जिताने के तीन साल बाद आज यह खिलाड़ी पाई-पाई के लिए मोहताज है। रोजाना सुबह मजदूरी करने के लिए निकल जाता है और रात को महज 250 रुपए कमाकर अपने घर लौटता है। इस मुश्किल दौर में कोई उसका हाल नहीं ले रहा है।