अहमदाबाद (गुजरात). खिलाड़ी दिन रात मेहनत कर खेलों में देश का नाम रोशन कर रहे हैं। जब वह कोई मेडल जीतता है तो हर भारतीय को उसपर गर्व होता है। उसकी खूब पूछ-परख होने लगती है। लेकिन कुछ समय बाद लोग कुछ प्लेयर को भुला देते हैं, एक वक्त ऐसा आता है कि उन्हें आर्थिक हालातों से परेशान होकर अपना खेल तक छोड़ना पड़ता है। ऐसी एक बेबसी कहानी गुजरात से सामने आई है, जहां ब्लाइंड वर्ल्ड कप क्रिकेट का खिताब जिताने वाला क्रिकेटर नरेश तुमदा दो वक्त की रोटी के लिए मोहताज है। आलम यह है कि उसे पेट पालने के लिए 250 रुपए में दिहाड़ी करनी पड़ रही है। आइए जानते हैं इस खिलाड़ी की बेबसी की कहानी...