वडोदरा, गुजरात. कोरोना वॉरियर्स के लिए जिंदगी सरल नहीं है। पहला, जिंदगी में खतरे में डालकर ड्यूटी कर रहे हैं, दूसरा, अपने घर-परिवार से भी दूर बने हुए हैं। ऐसे एक नहीं, कई कोरोना वॉरियर्स हैं, जिनके बच्चे छोटे हैं। अपने मासूम बच्चों से दूर रहकर भी ये अपना फर्ज निभा रहे हैं। यह हैं निकिता। ये जामनगर में रहती हैं। इनका मायका वडोदरा में है। निकिता जामनगर के सिविल हॉस्पिटल में नर्स हैं। वहीं, पिता हसमुखलाल रामावत वडोदरा के वाड़ी पुलिस स्टेशन में पीआई। दोनों अपनी-अपनी ड्यूटी शिद्दत से निभा रहे हैं। निकिता की ढाई साल की बेटी है। मां-बेटी पिछले 2 महीने से नहीं मिलें।