अहमदाबाद, गुजरात. लॉकडाउन एक त्रासदी बन गया है। खासकर, प्रवासी मजदूरों के लिए तो 'कोरोना काल' जीवन-मरण का प्रश्न बन गया है। हर राज्य में हजारों प्रवासी मजदूर फंसे हुए हैं। वहां रोजी-रोटी खत्म हो जाने से वे परेशान हैं। रहने और खाने की दिक्कतों के कारण अब वे घरों को लौटना चाहते हैं, लेकिन सरकारें उनकी घर वापसी के पुख्ता इंतजाम नहीं कर पा रही हैं। कुछ राज्यों ने बसें और ट्रेनों चलाईं हैं, लेकिन ये पर्याप्त नहीं हैं। यह तस्वीर अहमदाबाद में पुलिस और प्रवासी मजदूरों के बीच हुई झड़प के दौरान की हैं। प्रवासी मजदूर अपने घरों को जाने के लिए जिद पकड़ चुके हैं। जब उनका सब्र जवाब दे गया, तो वे उग्र हो गए। मजदूरों ने पुलिस पर पथराव कर दिया। इसके बाद पुलिस ने भी उन पर जमकर लाठियां भांजी। दिक्कतें यहीं खत्म नहीं होतीं। जो प्रवासी मजदूर ट्रेनों ये घर लौट रहे हैं, उन्हें भी खाने-पीने की दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। देखें कुछ मार्मिक तस्वीरें