महिला मंतोष गोंड ने बताया कि शादी के बाद वो 5 साल पहले अपने पति पार्थव नंदी के साथ पश्चिम बंगाल से सूरत आई थी। उसका पति यहां पिछले 10 साल से वेड रोड विश्रामनगर में एक एम्ब्रायडरी कारखाने में काम करता था। अचानक एक दिन पति की तबीयत बिगड़ी। स्मीमेर हॉस्पिटल में दिखाने पर पता चला कि उसकी किडनी फेल हो गई हैं। 3 मई को उसकी मौत हो गई। अंतिम संस्कार के दौरान कोरोना के डर से कोई भी उसकी मदद को आगे नहीं आया। अब उसकी पड़ोसिन शुभांगी देवी ने उसे गोरखपुर तक भेजने की व्यवस्था की है। वहां से वो अकेले पश्चिम बंगाल निकल जाएगी। यह बताते हुए महिला का दर्द आंखों स छलक पड़ा। आगे देखिए लॉकडाउन की कुछ इमोशनल तस्वीरें