नई दिल्ली. पटना के प्रोफेसर मटुकनाथ और उनकी शिष्या जूली की लवस्टोरी देश-दुनिया की सुर्खियों में रही है। लेकिन 50 साल का यह इंग्लिश टीचर धवल त्रिवेदी उर्फ मुख्तियार सिंह उर्फ सतनाम सिंह उर्फ सुजीत मटुकनाथ से 10 कदम आगे निकला। वो महिलाओं पर एक किताब लिखना चाहता था, इसलिए दिलफेंक आशिक की तरह महिलाओं को अपने प्रेमजाल में फांसता रहा। आरोप है कि इसने 9 महिलाओं का यौन शोषण किया। इनमें गुजरात की दो नाबालिग भी थीं। गुजरात हाईकोर्ट ने नाबालिग छात्राओं के यौन शोषण मामले में धवल को उम्रकैद की सजा सुनाई थी। कुछ समय वो जेल में रहा। लेकिन जैसे ही पैरोल पर छूटा, पुलिस की नजरों से ओझल हो गया। वो नाम और हुलिया बदलकर रह रहा था। पुलिस ने उसकी गिरफ्तारी पर 5 लाख रुपए का इनाम रखा था। नई दिल्ली क्राइम ब्रांच की डीसीपी मोनिका भारद्वाज ने बताया कि सूचना के आधार पर आरोपी को हिमाचल प्रदेश के सोलन से पकड़ लिया गया। वो एक कारखाने में सिक्योरिटी गार्ड की नौकरी कर रहा था। पढ़िए एक चौंकाने वाली कहानी...
धवल त्रिवेदी के पिता प्रोफेसर थे। इसने गुजरात यूनिवर्सिटी से MA किया। यह एक नामी स्कूल में इंग्लिश टीचर रहा है। नाबालिग छात्राओं के यौन शोषण के मामले में आरोपी को राजकोट की अदालत ने उम्रकैद की सजा सुनाई थी।
25
आरोपी धवल दोनों लड़कियों को भगाकर हॉस्टल ले गया था। वहां उसने रेप किया। यह मामला वर्ष, 2012 का है। 2 साल बाद आरोपी को अरेस्ट किया जा सका था।
35
वर्ष, 2018 में भी यह 18 साल की एक लड़की को अपने प्रेमजाल में फंसाकर भगा ले गया था। करीब डेढ़ साल बाद वो अपने घर लौटी थी। वो आरोपी के घर ट्यूशन पढ़ने जाती थी। यह लड़की गर्भवती हो गई थी।
45
मुंबई सीबीआई ने आरोपी धवल त्रिवेदी पर 5 लाख रुपए का इनाम घोषित किया था। आरोपी को अपने किए पर जरा-सा भी पछतावा नहीं है। उसने बताया कि वो एक किताब लिखने की तैयारी कर रहा था। इसका टाइटल भी उसने सोच रखा था-10 परफेक्ट वुमेन इन माय लाइफ।
55
आरोपी धवल ने दो लवमैरिज कीं। पहली शादी1996 में हुई। लेकिन कुछ महीने बाद ही पत्नी की मृत्यु हो गई। फिर 1998 दूसरी लवमैरिज की। इससे एक बेटी है। 2002 में वह पत्नी से अलग हो गया।