उत्तराखंड में फटे बादल: तस्वीरों में तबाही का मंजर, 25 की मौत..बह गए मकान और सड़कों पर डूब गईं कारें


देहरादून : उत्तराखंड (Uttarakhand) के पहाड़ी इलाकों में हो रही बारिश से नदियां अपना रौद्र रूप दिखा रही हैं। पहाड़ों में बारिश के बाद हरिद्वार और ऋषिकेश में गंगा का जलस्तर खतरे के निशान से ऊपर पहुंच गया है। उधर, हल्द्वानी में गोला नदी उफान पर आने से नदी पर बना अप्रोच पुल टूट गया। जिसके कारण वहां आवाजाही बंद हो गई है। राज्य के कई हिस्सों में इस नई प्राकृतिक आपदा में अब तक 25 लोगों की मौत हो चुकी है। सड़कों और पुलों से पानी बहता दिख रहा है। कई घर भी पानी में समा गए हैं। सड़कों पर खड़ी कारें तक डूब गईं हैं। तस्वीरों में देखिए तबाही का मंजर..

Asianet News Hindi | Published : Oct 19, 2021 2:21 PM IST
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उत्तराखंड में फटे बादल: तस्वीरों में तबाही का मंजर, 25 की मौत..बह गए मकान और सड़कों पर डूब गईं कारें

नैनीताल (Nainital) में भारी बारिश से कई जगह पानी भर गया है। वहीं, तल्लीताल चौराहे में (डांठ) में लगभग दो इंच की दरार पड़ गई। कैंट रोड में पानी का बहाव बहुत तेज होने के कारण दुकानों के अंदर फंसे लोगों को सेना के जवानों ने रेस्क्यू कर निकाला। 

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लैंडस्लाइड के चलते नैनीताल तक जाने वाली तीन सड़कों पर आवाजाही पूरी तरह थम गई है, इस वजह से इस पर्यटक स्थल का राज्य के बाकी हिस्सों से संपर्क टूट गया है। वहीं भारी बारिश के चलते नैनीताल जिले में काठगोदाम रेलवे स्टेशन को जोड़ने वाली रेलवे लाइन भी बह गई है। 
 

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नदी के ओवरफ्लो होने से कोसी नदी का पानी रामनगर-रानीखेत मार्ग स्थित लेमन ट्री रिजॉर्ट में घुस गया था। डीजीपी अशोक कुमार के मुताबिक इस दौरान लगभग 100 लोग फंस गए थे। वे सभी सुरक्षित हैं।

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केंद्रीय जल आयोग ने मैदानी जिलों का प्रशासन अलर्ट कर दिया है। पुलिस गंगा के तटीय क्षेत्र में रहने वाले लोगों को लगातार अलर्ट कर रही है। वहीं चंद्रेश्वर नगर, मायाकुंड, चंद्रभागा के आसपास रहने वाले लोगों को शिफ्ट किया जा रहा है। त्रिवेणी घाट का आरती स्थल, परमार्थ घाट, नाव घाट, शत्रुघ्न घाट आदि पानी में डूब गए हैं।

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कई भूस्खलन की घटनाओं की वजह से इस प्रसिद्ध पर्यटन स्थल को जोड़ने वाली मुख्य सड़कें अवरुद्ध होने से नैनीताल उत्तराखंड के बाकी हिस्सों से पूरी तरह से कट गया है। कई जगहों पर राहत और बचाव कार्य जारी है।

 

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स्टेट डिजास्टर रिस्पॉन्स फोर्स (SDRF) राज्य में रेस्क्यू ऑपरेशन को अंजाम दे रही है। टीम ने अलग-अलग जगहों पर ऑपरेशन करके 50 से ज्यादा लोगों को रेस्क्यू किया। इनमें केदारनाथ मंदिर से लौट रहे श्रद्धालु भी शामिल हैं जो रास्ते में फंस गए थे। केदारनाथ से लौट रहे 22 श्रद्धालुओं को बचाया, जो जंगल में फंसे हुए थे। टीम ने चार मजदूरों को भी बचाया, जो मलबे में दबे थे।

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मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी (Pushkar Singh Dhami) ने उत्तराखंड के बाढ़ प्रभावित इलाकों का हवाई दौरा किया। सीएम ने कहा कि सेना के हेलिकॉप्टर यहां मदद और राहत पहुंचाने के लिए पहुंच जाएंगे। इनमें से दो हेलिकॉप्टरों को नैनीताल और एक को गढ़वाल भेजा जाएगा। लोगों से आग्रह किया कि वे घबराएं नहीं, उनकी सुरक्षा के सभी कदम उठाए जाएंगे।

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