सूरत, गुजरात. यह तस्वीर एक सबक भी और और मिसाल भी। कोरोनावायरस ने एक पत्नी को उसके पति के अंतिम दर्शन भी ठीक से नहीं करने दिए। पत्नी बेबस होकर बस में बैठी रही और वहीं से हाथ जोड़कर पति को अंतिम विदाई दी। उसे मालूम था कि संक्रमण रोकने उसे दिल पर पत्थर रखना ही पड़ेगा। इस महिला के पति की कोरोना से मौत हो गई थी। महानगरपालिका ने उमरा श्मशान घाट पर बुजुर्ग का अंतिम संस्कार किया। इस दौरान वहां किसी को भी नहीं आने दिया गया। सभी परिजन श्मशान भूमि से बाहर खड़े रहे। अंतिम संस्कार के बाद मृतक के परिजनों को सीधे क्वारेंटाइन वार्ड समरस हॉस्टल ले जाया गया।