जानकारी के मुताबिक, सोनू पंजाबन ने हत्या में अपना जुड़ने के बाद रोहतक के नामी गैंगस्टर विजय सिंह से लव मैरिज कर ली। उस वक्त विजय सिंह का नाम कुख्यात अपराधियों में से एक था। जिसको स्पेशल टीम एसटीएफ ने एक एन्काउंटर मार गिराया था। इसके बाद वह नजफगढ़ के दीपक के संपर्क में आई, लेकिन 2003 में असम पुलिस ने उसको भी मार गिराया। फिर सोनू ने दीपक के भाई हेमंत से शादी कर ली और वह गीता से सोनू पंजाबन बन गई। लेकिन उसकी किस्मत में कोई हमसफर लिखा ही नहीं था। इसलिए 2006 में गुड़गांव पुलिस ने हेमंत को भी ढ़ेर कर दिया। इसके बाद सोनू पंजाबन जिस्म के धंधे में उतर गई और नाबालिग लड़कियों को इसका शिकार बनाने लगी।