गहरी नींद में सोया था परिवार,आधी रात को हुआ कुछ ऐसा कि हो गई सबकी दर्दनाक मौत;चीख भी नही सके मासूम
संगरूर (पंजाब). जिस छत को यह परिवार अपनी फैमिली के लिए पूरी तरह सुरक्षित समझता था, वही छत..सबकी जान ले लेगी..शायद उन्हें अंदाजा नहीं था। वह जिस छत की नीचे सुकून की नींद में सो रहे थे। वह बेमौसम बारिश की मार तक नहीं झेल सकी। शनिवार देर रात बारिश होने पर छत भरभराकर गिर पड़ी। इस हादसे में पूरा परिवार मलबे में दम गया। जिसमें पति-पत्नी और दो मासूम बच्चों की मौत हो गई। वहीं घर के 3 अन्य सदस्य हादसे में घायल हो गए।
Asianet News Hindi | Published : Mar 8, 2020 11:23 AM IST / Updated: Mar 08 2020, 05:03 PM IST
इस दर्दनाक हादसे में मारे गए लोगों की पहचान दीपक कुमार (32) पत्नी जाह्नवी (28) सहित दो बच्चे बब्बी (10) और नवी (8) की मौके पर मौत हो गई। जानकारी के अनुसार, सुनाम रेलवे स्टेशन के सामने इंदिरा बस्ती में बलवीर कुमार का परिवार रहता है। यह परिवार एक कच्चे मकान में रह रहा था।
पूरा परिवार मजदूरी का काम करके घर का गुजारा करता था। शनिवार शाम को भी यह गरीब परिवार दिहाड़ी करके सुकून की नींद सोया था। लेकिन उनको नहीं पता था कि यह रात उनके लिए काल बनकर आई आएगी और उनकी जिंदगी की आखिरी रात होगी। (अस्पताल में इलाज के दौरान घायल बलबीर से बात करती पुलिस)।
हादसे का पता चलते ही आसपास के लोगों की घटना स्थल पर भीड़ लग गई। स्थानीय लोगों ने मौके पर पुलिस को बुलाया। पुलिस इंस्पेक्टर करम सिंह ने पहुंचकर मलबे में दबे हुए लोगों को बाहर निकला और घायलों को अस्पताल में भर्ती कराया। जहां घर के मुखिया बलवीर कुमार, उसकी पत्नी कृष्णा और बेटी रेखा का इलाज चल रहा है। (सुनाम के सिविल अस्पताल में बच्चों के शव)।
शनिवार रात को घटनास्थल पर जुटे मोहल्लेवाले। इस हादसे ने सबको हिलाकर रख दिया है। बताते हैं कि हादसे का शिकार बना परिवार बेहद मिलनसार था। (सुनाम के सिविल अस्पताल में बच्चों के शव।)
हादसे के बाद मृतकों के रिश्तेदार और अन्य परिजन पहुंच गए थे। उन्हें अंदेशा नहीं था कि जिस घर को वे सुरक्षित समझ रहे थे, वो काल बनकर गिर पड़ेगा।
ऐसा ही एक भीषण हादसा अमृतसर में गरुवार देर रात को हुआ था। जहां बारिश के चलते एक मकान की छत भरभराकर गिर गई थी। जिसमें पति-पत्नी और एक 6 महीने के बेटे की मौके पर मौत हो गई थी।
शनिवार रात हुई बारिश ने बलबीर के पूरे घर को तबाह कर दिया।