अलवर. हाथरस गैंगरेप के बाद से देश के लोगों में आक्रोश है, हर तरफ इसकी ही चर्चा हो रही है। ऐसी ही एक हैवानियत की वारदात करीब सवा साल पहले राजस्थान के अलवर जिले में घटी थी। जिसने पूरे प्रदेश का सिर शर्म से झुका दिया था। इस बहुचर्चित अलवर गैंगरेप (Alwar gangrape case) केस में एससी-एसटी कोर्ट ने अपना फैसला सुनाया, जहां जज ने सभी 5 आरोपियों को दोषी करार देते हुए 4 को उम्रकैद यानि आखिरी सांस तक जेल में रहने की सजा सुनाई । वहीं एक को वीडियो वायरल करने के आरोप में 5 साल की सजा सुनाई। न्यायधीश ब्रजेश कुमार ने अपने फैसले में कहा कि यह कृत्य रामकाल के सीता हरण और द्रोपदी के चीरहरण के समान है जो समस्त मानवता को शर्मसार करती है।