महज 5 से 6 सालों में रुद्रांश इतना परफेक्ट हो गया कि अब वह एक नेशनल पैराशूटर बन चुका है। हाल ही में मध्यप्रदेश में हुई चैंपियनशिप में उसने 10 मीटर और 50 मीटर शूटिंग में 7 गोल्ड मेडल और 4 अन्य मेडल हासिल किए हैं। इस बारे में रुद्रांश का कहना है कि उनके साथ हुआ सड़क हादसा ही उनका सबसे बड़ा मोटिवेशन था।