दरअसल, इस मामले में अब वन विभाग ने अडंगा लगा दिया है। वन विभाग के अधिकारियों ने सीएम को पत्र भेजा है और लिखा है कि वन विभाग की बिना अनुमति लिए ही ये जॉय राइड शुरु कर दी गई। जो कि पूरी तरह से गलत है। धोरों में ये उडान सही नहीं है। उल्लेखनीय है यह यह उडान पूरे देश में सबसे महंगी थी। आठ मिनट उडान के लिए सात हजार रुपए लिए जा रहे थे।