अजमेर (राजस्थान). लॉकडाउन में ना तो मजदूरों की घर वापसी थम रही है न उनसे जुड़ी दर्द और दुख की कहानियां। कोरोना के खौफ में भूख और बेबसी मजदूरों की जान पर भारी पड़ रही है। आप देश के किसी भी हाईवे पर जाकर देख लीजिए वहां पर आपको लाचार और बेबस श्रमिक पैदल चलते हुए दिखाई देंगे। जिनके सिर पर भारी-भरकम वजन और आंखों में घर जाने के सपने होंगे। घर जाने की जिद में उनको तीखी धूप भी सुकून दे रही है। ऐसी एक दर्दभरी कहानी राजस्थान से सामने आई है, जिसको पढ़कर आप भी भावुक हो जाएंगे।