Published : Jun 01, 2020, 11:22 AM ISTUpdated : Jun 01, 2020, 11:24 AM IST
जयपुर, राजस्थान. पहली तस्वीर पिछले साल राजस्थान में आई बाढ़ के खतरे को दिखाती है। कैसे पानी में बहते एक शख्स को बचाया जा सका था। दूसरी तस्वीर बाड़मेर जिले की है। यह मंजर 2006 की बाढ़ का है। बाढ़ हर साल देश के कई राज्यों में अपना तांडव मचाती है। 2005 में मध्य प्रदेश, 2006 में मुंबई, यूपी और देश के कुछ अन्य राज्यों में बाढ़ ने भारी तबाही मचाई थी। महाराष्ट्र में करीब 1100 लोग बाढ़ में बह गए थे। एक अनुमान लगाया गया था कि बाढ़ से महाराष्ट्र में करीब डेढ़ अरब डॉलर का नुकसान हुआ था। वहीं, पिछले साल बिहार में बाढ़ ने 100 साल पुराना रिकॉर्ड तोड़ दिया था। राजधानी पटना तक डूब गई थी। कुछ कुप्रबंधन और कुछ मानवीय गलतियों के कारण हर साल बाढ़ अपना विकराल रूप दिखाती है। नदी-नाले उफन जाते हैं और लोगों की जिंदगियां तबाह हो जाती हैं। इस बार ऐसा न हो, इसलिए अलर्ट रहें। मानसून केरल के तट पर दस्तक दे चुका है। यह तय सीमा में विभिन्न राज्यों की ओर रुख करेगा। मौसम विभाग ने इस साल भी 2019 की तरह बारिश की संभावना जताई है। देखें कुछ पुरानी तस्वीरें...
पहली तस्वीर राजस्थान के बाड़मेर जिले की है। यह तस्वीर 2006 की है। बाढ़ ने कई घरों को तबाह कर दिया था। दूसरी तस्वीर अजमेर की है। दरगाह के पास एक शख्स बाढ़ में बहने लगा था। उसे किसी तरह बचाया जा सका था।
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यह तस्वीर राजस्थान की है। सबकुछ डूब गया था।
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यह तस्वीर पटना की है। हजारों लोग बाढ़ में घिर गए थे।
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यह तस्वीर मुंबई की है। सड़कें पूरी तरह डूब गई थीं।
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यह तस्वीर प्रयागराज में 2006 में खींची गई थी।
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यह तस्वीर यूपी के प्रयागराज की है।
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यह तस्वीर पश्चिम बंगाल की है। इस तरह घर बर्बाद हो गए थे।
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यह तस्वीर असम की है। इस तरह पानी ही पानी नजर आया था।
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यह तस्वीर असम की है। कमर-कमर तक पानी भर गया था।
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यह तस्वीर जालंधर की है। बाढ़ से इस तरह लोगों की जान आफत में आ गई थी।
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यह तस्वीर बांग्लादेश की है। पिछले साल बाढ़ ने ऐसे जिंदगियां डुबो दी थीं।
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यह तस्वीर मप्र के हरदा की है। 2015 में बाढ़ से पटरियों के नीचे की मिट्टी खिसक जाने से ट्रेन हादसा हुआ था। इसमें 27 लोगों की मौत हो गई थी।