बता दें कि मृतक उत्तम दास कंस्ट्रक्शन का काम करता था, और उसकी खुद की एक कंपनी है, जिसका सालाना 5 करोड़ का टर्न ओवर है। अब उत्तम की मौत के बाद उसकी पत्नी और भाई इसी कंपनी और पैसे को हथियाने के चक्कर में लगे हुए थे। मामले को पांच महीने होने के बाद दोनों उत्तम का फर्जी मृत्यु पत्र बनवाने के लिए उदयपुर में कुछ बिचौलियों के चक्कर काट रहे थे। पुलिस ने इसी प्रमाण पत्र को बनवा रहे लोगों पर शक किया और पूरा मामला खुल गया।