लॉकडाउन में साइकिल पर घूम रहे थे कलेक्टर, महिला कांस्टेबल ने रोक दे डाली नसीहत..जानिए फिर क्या हुआ

Published : May 19, 2021, 05:35 PM ISTUpdated : May 19, 2021, 05:38 PM IST

भीलवाड़ा. राजस्थान में कोरोना वायरस का कहर आउट ऑफ कंट्रोल होता जा रहा है। शहरों से ज्यादा अब गांवों में संक्रमण तेजी से फैल रहा है। महामारी की चेन तोड़ने के लिए प्रशासन कड़ाई के साथ लॉकडाउन की पालना करवा रहा है। इसी दौरान प्रदेश के भीलवाड़ा जिले से एक सख्त मुस्तैदी का दिलचस्प मामला देखने को मिला। जहां घर से बाहर निकले कलेक्टर को एक महिला कांस्टेबल ने रोककर नसीहत दे डाली।

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लॉकडाउन में साइकिल पर घूम रहे थे कलेक्टर, महिला कांस्टेबल ने रोक दे डाली नसीहत..जानिए फिर क्या हुआ

टी शर्ट-पायजामा में निकले कलेक्टर
दरअसल, भीलवाड़ा जिले कलेक्टर शिवप्रसाद एम नकाते ने मंगलवार को लॉकडाउन का हाल जानने के लिए साइकिल पर शहर का दौरा करने के लिए निकले हुए थे। कोई उन्होंने पहचान नहीं सके इसके लिए उन्होंने एक आम आदमी की तरह टी शर्ट पहनकर घूम रहे थे। इसी दौरान  गुलमंडी इलाके में ड्यूटी पर तैनात महिला पुलिसकर्मी निर्मला देवी ने उनको रोक लिया। लेडी सिपाही ने कहा-रुकिए कहां जा रहे हो, पता नहीं है क्या लॉकडाउन लगा हुआ है।

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कलेक्टर ने कहा- वैरी गुड इसी तरह मुस्तैद रहो
जैसी ही कलेक्टर को रोका तो पीछे से उनका गनमैन आ गया और कांस्टेबल से कहने लगा कि मैडम किसे रोक रही हैं यह डीएम साहब हैं। इतना सुनते ही वह घबरा गई, लेकिन कलेक्टर साहब ने कहा-वैरी गुड इसी तरह मुस्तैद ड्यूटी करते रहो। इस दौरान डीएम साहब ने सिपाही की सराहना की और शाबााशी दी।

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इस वजह से साइकिल से निकले हुए थे कलेक्टर
बता दें कि राज्य सरकार ने कोरोना को देखते हुए 24 मई तक लॉकडाउन लगा रखा है। जिसके चलते कोरोना गाइडलाइन के ठीक से पालन करने के निर्देश दिए हैं। लेकिन इस दौरान कलेक्टर शिवप्रसाद एम नकाते को शहर में बेवजह घूमने वाले लोगों की शिकायतें मिल रही थीं। इसी हालात को जानने के लिए वह आम आदमी की तरह निकले हुए थे। जहां उन्होंने कई लोगों समझाते हुए क्वॉरेंटाइन कर दिया।
 

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पुलिस से लेकर आमजन भी नहीं पहचान सका
वहीं तौकते तूफान के चलते हुई बारिश प्रभावित इलाकों का दौरा करने के लिए जिला कलेक्टर शिव प्रसाद नकाते आने वाले थे। लोगों के साथ-साथ पुलिस को भी यही लगा कि वे अपने कार से आएंगे साथ में भारी भरकम सुरक्षा होगी और पहचान लेंगे।
 

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ना पुलिस थी और ना ही लालबत्ती
लेडी कांस्टेबल​ निर्मला देवी ने कहा कि उनको देखकर ऐसा नहीं लगा कि वह कलेक्टर हैं। मुझे लगा कि कोई लॉकडाउन में बेवजह बाहर घूम रहा है। लेकिन कुछ देर बाद उनके गनमैन और जिला कलेक्टर कार्यालय का स्टाफ दिखा तो समझ आ गया। वह साईकिल से थे और काफी दूर उनसे उनकी लाल बत्ती लगी गाड़ी थी।

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कौन हैं कलेक्टर शिवप्रसाद
बता दें कि शिवप्रसाद मदन नकाते 2011 बैच के राजस्थान कैडर के आईएएस अधिकारी हैं। वह मूल रूप से महाराष्ट्र के सोलपुर जिला मुख्यालय से करीब 70 किलोमीटर दूर गांव माडा के रहने वाले हैं। वह एक किसान परिवार से आते हैं। नकाते ने दसवीं तक की पढ़ाई मराठी ​मीडियम से की है।

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